The News Air- भारतपे (BharatPe) के को-फाउंडर और पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने कंपनी के बोर्ड को एक लेटर लिखा है। अशनीर ने इस लेटर में भारतपे के CEO सुहैल समीर (Suhail Sameer) से उनकी बहन अशीमा ग्रोवर (Ashima Grover) के खिलाफ लिंक्डइन पर की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की है। साथ ही उन्होंने बोर्ड के अध्यक्ष रजनीश कुमार (Rajnish Kumar) से भी इस्तीफा देने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
अशनीर ने यह लेटर BharatPe के एक कर्मचारी की लिंक्डइन पोस्ट पर हुई बहस के बाद लिखा है। कर्मचारी ने अपनी पोस्ट में कहा था कि उन्हें और कंपनी के कई कर्मचारियों को मार्च महीने की सैलरी नहीं मिली है। अशनीर और उनकी बहन अशीमा ग्रोवर ने इस पोस्ट पर कमेंट किया था। BharatPe के CEO सुहैल समीर ने इसी पोस्ट पर अशीमा ग्रोवर के कमेंट का जवाब देते हुए कहा कि ‘तेरे भाई ने सारे पैसे चुरा लिए हैं और कंपनी के पास अब लोगों को सैलरी देने के लिए काफी कम रकम बची है।’
CEO को छुट्टी पर भेजे बोर्ड: अशनीर
अशनीर ग्रोवर ने बोर्ड को लिखे लेटर में कहा, “यह बोर्ड रजनीश कुमार की अध्यक्षता में शानदार कॉरपोरेट गवर्नेंस का उदाहरण होने का दावा करता है। इसलिए मैं जानना चाहता हूं कि बोर्ड सुहैल समीर के खिलाफ क्या कार्रवाई करने जा रहा है? अगर पुराने उदाहरणों और बोर्ड के स्वघोषित उच्च मानकों के हिसाब से देखें तो, CEO को उनके घटिया सार्वजनिक व्यवहार के लिए तुरंत कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना चाहिए और कंपनी के ब्रांड को नुकसान पहुंचाने के लिए छुट्टी पर भेजा जाना चाहिए।’
अशनीर ने निवेशकों को भी भेजा लेटर
अशनीर ग्रोवर ने यह लेटर बोर्ड के अलावा कंपनी के निवेशकों को भी भेजा है। इन निवेशकों में सिकोइया कैपिटल के हशजित सेठी, रिबिटी कैपिटल के मिकी माल्का, बीनेक्स्ट के तेरुहाइड सातो, इनसाइट पार्टनर्स के जॉन विन्सटाइन और देवेन पारेख, कोट्यू मैनेजमेंट के राहुल किशोर आदि शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने CEO सुहैल समीर और BharatPe के को-फाउंडर शाश्वत नकरानी को भी यह लेटर भेजा है।
अशनीर ने चेयरमैन रजनीश कुमार का मांगा इस्तीफा
अशनीर ग्रोवर ने इस मौके पर SBI के पूर्व चेयरमैन और दिग्गज बैंकर रजनीश कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की, जो अभी BharatPe के बोर्ड के अध्यक्ष हैं। अशनीर ने लिखा, “इसके अलावा चेयरमैन रजनीश कुमार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। मौजूदा घटनाएं पूरी तरह से इस तथ्य को सामने लाती हैं कि रजनीश कुमार ने अपने घर से भाविक कोलडिया को मुझे जान की धमकी देने के लिए प्रेरित किया। साथ ही वे योजनाबद्ध तरीके से मीडिया में लीक हुई उन खबरों की साजिश का हिस्सा थे, जिसके चलते मुझे आत्मसम्मान में इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कंपनी के मौजूदा मैनेजमेंट को किसी गुंडों की तरह काम करने के लिए प्रोत्साहित किया है।” मनीकंट्रोल स्वतंत्र रूप से इन आरोपों की पुष्टि नहीं कर सका।
मानहानि का केस कर सकते हैं अशनीर और उनकी बहन
अशनीर ने आगे लिखा कि अगर समीर ने उनसे और उनकी बहन से लिखित में माफी नहीं मांगी, तो वे न केवल समीर बल्कि BharatPe के बोर्ड के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा कर हर्जाने की मांग कर सकते हैं।
अशनीर ने लिखा, ‘अगर लिखित में माफी नहीं मांगी जाती है, तो मेरे और मेरी बहन के पास सुहैल समीर और भारतपे बोर्ड के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करने और हर्जाने की मांग करने का अधिकार सुरक्षित है। सुहैल की टिप्पणी से मेरी बहन की छवि को नुकसान हुआ है और उसका यह पूरा अधिकार होगा कि वह इस मामले को महिला आयोग और उचित अधिकारियों के सामने उठाएं।’
इस बीच BharatPe ने लिंक्डइन पोस्ट उन सभी सोशल मीडिया टिप्पणियों को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों की सैलरी का भुगतान नहीं किया है।