The News Air- (नई दिल्ली) डेरा सच्चा सौदा पंजाब में नए विवाद में फंस गया है। कुछ दिन पहले डेरे की पंजाब स्थित शाखा में बिना मंजूरी के भीड़ जुटाई गई, जिसमें कोरोना से जुड़ी मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंस रखने की सावधानी भी नज़र नहीं आई। इसकी तस्वीरें सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने डेरे को नोटिस भेजा है, जिसमें प्रबंधकों से जवाबतलबी की गई है।
यह वही भीड़ थी, जिसमें पंजाब के राजनीतिक दलों के कई नेता बैठे नज़र आ रहे थे। उसके बाद डेरे की बठिंडा स्थित सबसे बड़ी ब्रांच सलाबतपुरा डेरे में भीड़ जुटाने का यह मामला सामने आया। इसी डेरे के प्रमुख राम रहीम कई संगीन आपराधिक केसों में सज़ा काट रहे हैं और इस समय हरियाणा के रोहतक ज़िले की सुनारिया जेल में बंद हैं।
डेरे ने किया था शक्ति प्रदर्शन, कई नेता पहुंचे
यह भी चर्चा है कि डेरे की तरफ़ से पंजाब चुनाव से पहले यह शक्ति प्रदर्शन किया गया था, जिसमें भाजपा नेता हरजीत ग्रेवाल, सुरजीत ज्याणी, कांग्रेसी मंत्री विजयेंद्र सिंगला, पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, मंगतराम, आप नेता जगरूप गिल भी पहुंचे थे। यह भीड़ 9 जनवरी रविवार को जुटाई गई थी। जबकि चुनाव आयोग की तरफ़ से भीड़ जुटाने पर रोक लगा दी गई थी।
रिटर्निंग अफ़सर से माँगी है रिपोर्ट: DC, बठिंडा
बठिंडा के ज़िला चुनाव अफ़सर डीसी अरविंदरपाल सिंह संधू ने कहा कि भीड़ जुटाने के लिए कोई परमिशन नहीं ली गई थी। इसकी तस्वीरें सामने आने के बाद रामपुरा फूल के रिटर्निंग अफ़सर से रिपोर्ट माँगी गई है। रिपोर्ट के बाद आयोग के आदेश पर आगे की कार्रवाई करेंगे।
रूटीन कार्यक्रम था, पुलिस को दी थी सूचना
डेरा सच्चा सौदा की सलाबतपुरा शाखा के प्रबंधक हरचरण सिंह ने कहा कि यह कोई ख़ास या चुनावी कार्यक्रम नहीं था, बल्कि रूटीन में ही हर साल की तरह लोग आए थे।। इस बारे में दयालपुरा पुलिस थाने में सूचना दी गई थी। इसके अलावा वहाँ आए लोगों को मास्क और सैनिटाइज़र भी दिया गया था।