Narendra Modi as Chhatrapati Shivaji Maharaj? – लोकसभा में बजट सत्र के दौरान ओडिशा (Odisha) के बारगढ़ (Bargarh) से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद प्रदीप पुरोहित (Pradeep Purohit) ने एक विवादित बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का पूर्व जन्म मराठा साम्राज्य के संस्थापक और महान योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के रूप में हुआ था। उनके इस बयान ने सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी।
अखंड हिंदुस्तानाचे आराध्य दैवत आणि रयतेचे राजे छत्रपती शिवाजी महाराज यांचा वारंवार अपमान करण्याचे आणि महाराष्ट्रातील तसेच जगभरातील शिवप्रेमींची अस्मिता दुखावण्याचे नियोजनबद्ध कारस्थान भाजपच्या नेतेमंडळींकडून केले जात आहे.
या लोकांनी छत्रपती शिवाजी महाराजांचा मानाचा जिरेटोप… pic.twitter.com/N624xkfkQN
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) March 17, 2025
BJP सांसद ने संसद में क्या कहा?
प्रदीप पुरोहित ने संसद में अपने भाषण के दौरान बताया कि उन्होंने एक संत से मुलाकात की थी, जिन्होंने कथित तौर पर उनसे कहा कि नरेंद्र मोदी अपने पिछले जन्म में छत्रपति शिवाजी महाराज थे। उन्होंने कहा – “मैं जिस क्षेत्र से आता हूं, वहां एक गंधमर्दन पहाड़ी (Gandhamardan Hills) है, जहां गिरिजा बाबा (Girija Baba) नामक संत रहते हैं। एक दिन बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पूर्व जन्म में महाराज छत्रपति शिवाजी थे। इसलिए आज वे भारत को दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं।”
सांसद ने इसे आध्यात्मिक और ऐतिहासिक संबंध बताते हुए इसे मोदी के नेतृत्व के साथ जोड़ा, लेकिन उनका यह बयान तुरंत विवादों में आ गया।
सांसद के बयान पर सोशल मीडिया और विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया
यह बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगीं। X (पूर्व में ट्विटर) प्लेटफॉर्म पर यूजर्स ने इसे छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत के साथ खिलवाड़ करार दिया।
कई यूजर्स ने इसे BJP द्वारा शिवाजी महाराज की छवि का राजनीतिकरण करने की कोशिश बताया। विपक्षी दलों ने भी इस बयान पर हमला बोला और भाजपा पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस ने BJP पर साधा निशाना, वर्षा गायकवाड ने दिया बयान
मुंबई (Mumbai) की कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड (Varsha Gaikwad) ने इस बयान की कड़ी निंदा की और इसे छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान बताया।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा –“अखंड भारत के आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज का बार-बार अपमान करने तथा महाराष्ट्र और दुनिया भर के शिव प्रेमियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए भाजपा नेतृत्व द्वारा एक सुनियोजित साजिश रची जा रही है।”
गायकवाड ने आगे कहा –“भाजपा ने छत्रपति शिवाजी महाराज की मानद टोपी नरेंद्र मोदी के सिर पर रखकर उनका घोर अपमान किया है। अब इस भाजपा सांसद के बयान ने फिर से यह साबित कर दिया कि BJP शिवाजी महाराज की विरासत के साथ राजनीति कर रही है। हम इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि नरेंद्र मोदी देश से माफी मांगें और इस सांसद को तुरंत निलंबित किया जाए।”
BJP ने दी सफाई, कहा – ‘आस्था का विषय’
इस विवाद के बीच BJP के कुछ नेताओं ने सफाई देते हुए कहा कि प्रदीप पुरोहित ने अपनी व्यक्तिगत आस्था और आध्यात्मिक अनुभव के आधार पर यह बयान दिया है। BJP प्रवक्ताओं ने इसे पार्टी का आधिकारिक बयान मानने से इनकार किया और कहा कि ऐसे मुद्दों को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए।
सांसद प्रदीप पुरोहित के इस बयान ने संसद से लेकर सोशल मीडिया तक बवाल मचा दिया है। जहां BJP इसे व्यक्तिगत आस्था का मामला बता रही है, वहीं विपक्षी दलों ने इसे छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत का अपमान करार दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या BJP इस बयान से खुद को अलग करती है या फिर इसे आगे और बचाव करती है।