राजकोट (गुजरात), 2 अक्तूबरः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि गुजरात में बदलाव की हवाएं चल रही हैं और राज्य के लोग मतदान के बाद में सफलता की नयी कहानियां लिखेंगे।
गायों की संभाल की गारंटी देते हुये यहाँ मीडिया के साथ बातचीत करते हुये दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की हाज़िरी में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि गुजरात के लोग भी उन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जो कोई 2022 के मतदान से पहले पंजाब के लोग भी भुगत चुके हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात बेहद गंभीर कृषि संकट का सामना कर रहा है, स्कूलों और अस्पतालों की हालत ख़राब है और सड़कें बदतर हालत में हैं। 2022 के मतदान से पहले पंजाब में भी यही हालात थे। भगवंत मान ने कहा कि हालात तभी बदल सकते हैं, अगर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार सत्ता में आएगी।
कांग्रेस और भाजपा की आलोचना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दोनों पार्टियाँ एक ही सिक्को के दो पहलू हैं। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन लोटस’ की सबसे अधिक पीड़ित होने के बावजूद कांग्रेस प्रांतीय विधान सभा के चल रहे सैशन के दौरान भाजपा के इस लोकतंत्र विरोधी स्टैंड की हिमायत कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि पहले कांग्रेस (आई) थी परन्तु अब यह कांग्रेस (भाजपा) बन चुकी है क्योंकि दोनों पार्टियों ने लोगों को और राज्य के संसाधनों को लूटने के लिए हाथ मिला लिया है।
पंजाब में आम आदमी सरकार की मिसाली पहलकदमियां गिनाते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली जुलाई से पंजाब सरकार हर बिल पर लोगों को 600 यूनिट बिजली मुफ़्त दे रही है। उन्होंने कहा कि इसके नतीजे के तौर पर कुल 72.66 लाख में से लगभग 50 लाख घरों को सितम्बर महीने का बिजली का बिल ज़ीरो आया है, जो कुल संख्या का 68.81 प्रतिशत बनता है। भगवंत मान ने कहा कि इसी तरह पिछले छह महीनों में अब तक 17 हज़ार से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ मुहैया दी गई हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार, नौकरियों में दमनकारी ठेकेदारी प्रणाली के विरुद्ध है, जिस कारण राज्य में 30 हज़ार से अधिक ठेके पर रखे मुलाजिमों की सेवाओं को पक्का करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन की शुरुआत की है, जिसकी मदद से भ्रष्ट तत्वों को सलाखों के पीछे फेंका जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ़ इमानदार सरकार ही ऐसीं मिसाली और जन हितैषी पहलकदमियां कर सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या के साथ बढ़िया तरीके से निपटने के लिए राज्य सरकार ने गऊ सेवा कमीशन को मज़बूत किया है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य जहाँ एक तरफ़ बेसहारा पशुओं की हादसों में जाती जानें बचाना है, वहीं दूसरे तरफ़ गायों की संभाल यकीनी बनाना है। भगवंत मान ने कहा कि गायों की भलाई के लिए गाय सैस के तर्कसंगत प्रयोग यकीनी बनाने की कोशिशें चल रही हैं।
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