चंडीगढ़/ फतेहगढ़ साहिब, 2 अक्तूबरः
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर नशों के विरुद्ध शुरु की जंग के हिस्से के तौर पर, फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने हरियाणा के रहने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार करते हुये उसके पास से 2.51 लाख फार्मा ओपियाड बरामद करके नशीली दवाएँ बनाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स कम रोपड़ रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि गिरफ्तार किये गए मुलजिम की पहचान रणजीत गोस्वामी निवासी बत्रा कालोनी सोनीपत, हरियाणा के तौर पर हुई है। पुलिस ने उसकी ‘कीआ’ कार, जिसका प्रयोग वह हरियाणा से नशीले पदार्थों की तस्करी करने के लिए करता था, में से अल्पराज़ोलम की 2,37,000 गोलियाँ और पीवोन सपास के 14,400 कैप्सूल बरामद किये हैं।
यह तीसरा ऐसा अंतर-राज्यीय फार्मास्यूटीकल ड्रग रैकेट है, जिसका फतेहगढ़ साहिब ज़िला पुलिस की तरफ से तीन महीनों से भी कम समय में पर्दाफाश किया गया है। इससे पहले, फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने 14 जुलाई, 2022 को फार्मा ओपियाडज की 7 लाख गोलियों/ कैपसूलों की खेप बरामद की थी, जबकि 4 सितम्बर, 2022 को फार्मा ओपियाडज की 1.17 लाख गोलियां/ कैपसूल बरामद किये गए थे।
डीआईजी गुरप्रीत भुल्लर ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सीआइए सरहन्द और थाना खमाणों की पुलिस टीमों ने खमाणों में विशेष चैकिंग की और रजिस्ट्रेशन नंबर एच. आर एजे 9791 वाली ‘ कीआ’ कार को रोका, जिसको मुलजिम रणजीत गोस्वामी चला रहा था। उन्होंने बताया कि कार की चैकिंग के दौरान पुलिस टीमों ने बड़ी मात्रा में फार्मा ओपियाडज बरामद की।
फतेहगढ़ साहिब के एसएसपी डॉ. रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार किया मुलजिम दिल्ली और अमृतसर में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करता है। उन्होंने बताया कि दोषी ने कबूला है कि वह पिछले कुछ सालों से पंजाब में फार्मा ओपियाड की सप्लाई कर रहा है और उसके ज़्यादातर ग्राहक मोगा और लुधियाना में हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुलजिम को अदालत में पेश करके तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है और आगे पूछताछ की जा रही है।
ज़िक्रयोग्य है कि थाना फतेहगढ़ साहिब में एनडीपीएस एक्ट की धारा 22 (सी) के अंतर्गत एफआईआर नंबर 131 दर्ज की गई है।