असम, 28 अगस्त (The News Air): मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि वह किसी का पक्ष लेंगे और ‘मिया’ मुसलमानों को असम पर ‘कब्जा’ नहीं करने देंगे।सरमा नागांव में 14 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार की पृष्ठभूमि में राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा के लिए विपक्षी दलों द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्तावों पर विधानसभा में बोल रहे थे।प्रस्ताव का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यदि जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखा जाए तो अपराध दर में वृद्धि नहीं हुई है।
जब विपक्ष ने उन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया तो सरमा ने पलटवार करते हुए कहा, “मैं पक्ष लूंगा। आप इसमें क्या कर सकते हैं?” उन्होंने कहा, “निचले असम के लोग ऊपरी असम क्यों जाएंगे? ताकि मिया मुसलमान असम पर कब्जा कर सकें? हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
गरमागरम बहस के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सदस्य सदन के आसन के सामने आ गए, जिससे अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी को कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।कांग्रेस, एआईयूडीएफ और सीपीआई (एम) के विधायकों और एकमात्र निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों सहित राज्य में बढ़ते अपराधों से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए चार स्थगन प्रस्ताव पेश किए थे।