AI Chatbot DeepSeek-R1: Innovation at its Best चीन के स्टार्टअप DeepSeek और उसके संस्थापक लियांग वेनफेंग (Liang Wenfeng) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में ऐसी क्रांति ला दी है, जिसने Meta, Google और OpenAI जैसी कंपनियों को चौंका दिया है। DeepSeek Chatbot ने सिर्फ 24 घंटों में दुनियाभर की सुर्खियां बटोर लीं। Nvidia (एनविडिया) के शेयरों में 17% की गिरावट आई और कंपनी को $600 बिलियन (लगभग ₹49 लाख करोड़) का नुकसान हुआ।
लियांग वेनफेंग: साधारण परिवार से असाधारण सफर तक
लियांग वेनफेंग का जन्म चीन के झानजियांग (Zhanjiang) में हुआ। उनके पिता एक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक थे। बचपन से ही वे पढ़ाई और नई चीजें सीखने में जुनूनी थे। इसी जुनून ने उन्हें 40 साल की उम्र में DeepSeek जैसा AI मॉडल बनाने की प्रेरणा दी।
2015 में उन्होंने क्वांटिटेटिव हेज फंड “High-Flyer” की सह-स्थापना की, जो आज 10 अरब युआन से ज्यादा की संपत्ति का प्रबंधन करती है। लेकिन असली गेमचेंजर 2021 में आया, जब लियांग ने अमेरिकी AI तकनीक के प्रभुत्व को चुनौती देने की ठानी।
2021: चार साल पुरानी सनक, जिसने बदल दी AI की दुनिया
2021 में, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने चीन पर चिप एक्सपोर्ट को लेकर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की, लियांग ने Nvidia के हजारों ग्राफिक्स प्रोसेसर खरीदे। यह कदम उनके साथियों को सनक लगा, लेकिन लियांग को पता था कि वे एक बड़ी तैयारी कर रहे हैं।
चार साल बाद, 20 जनवरी 2025 को लियांग ने DeepSeek-R1 लॉन्च किया। यह AI Chatbot मॉडल इतने कम खर्च में तैयार हुआ कि दुनिया दंग रह गई।
DeepSeek का प्रभाव: अमेरिकी दिग्गज कंपनियों को झटका
DeepSeek की लॉन्चिंग के बाद से Meta, Google और OpenAI जैसी कंपनियों की नींद उड़ गई है। अमेरिकी IT बाजार में यह मॉडल बेहद तेजी से फैल रहा है। इसके चलते Nvidia के शेयर 17% गिर गए, और कंपनी को $600 बिलियन का झटका लगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की प्रतिक्रिया
इस स्थिति को देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी कंपनियों से “जागने” का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अब टेक्नोलॉजी वॉर में अमेरिका को जीतने के लिए प्रतियोगिता पर ध्यान देना होगा।
DeepSeek के लॉन्च के बाद साइबर अटैक
DeepSeek की लोकप्रियता इतनी तेजी से बढ़ी कि इस पर सोमवार को बड़ा साइबर हमला हुआ। इससे यूजर्स को रजिस्ट्रेशन में काफी दिक्कतें हुईं। हालांकि, कंपनी ने जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लिया।
DeepSeek कैसे बना AI इंडस्ट्री का नया सितारा?
Low-Cost Innovation: लियांग ने बहुत कम लागत में ऐसा मॉडल तैयार किया, जो अरबों डॉलर के चैटबॉट्स को भी चुनौती देता है।
High Efficiency: DeepSeek का Chatbot बेहद तेज और यूजर-फ्रेंडली है।
Global Appeal: यह मॉडल कई भाषाओं में काम करता है, जिससे इसे दुनियाभर में अपनाया जा रहा है।
DeepSeek और लियांग वेनफेंग की यह सफलता दिखाती है कि कैसे जुनून और दूरदर्शिता से किसी भी सेक्टर में क्रांति लाई जा सकती है। यह न सिर्फ चीन बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण है। अब देखना यह है कि अमेरिकी कंपनियां इस चुनौती का सामना कैसे करती हैं।