नई दिल्ली,4 दिसंबर (The News Air) दिल्ली में प्रदूषण को कम करने और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री व मनीष सिसोदिया जी के साथ सीएम आतिशी ने 25 नए लो कोस्ट ईवी चार्जिंग स्टेशनों का उद्घाटन किया। शहर में अब दिल्ली सरकार की कंपनी दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड के 78 लोकेशन पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित हो गए हैं। आज कार्यक्रम में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी और सीएम आतिशी ने नाम पट्टिका अनावरण कर चार्जिंग स्टेशन का निरीक्षण किया और अफसरों से इसकी कार्य प्रणाली को भी समझा।
इस मौके पर दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी ने कहा कि, “यह चार्जिंग स्टेशन, इसको हम पावर बैंक कह रहे हैं। यह अपने आप में देखा जाए तो एक छोटा सा स्टेशन है और यहां दो पावर प्लग लगे हुए हैं, लेकिन असल में यह आधुनिक समय की दिल्ली है। यह उसकी नींव है, जो अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में पूरी दिल्ली में रखी जा रही है। 2020 में जब मैं दिल्ली सरकार में था तब हम इसका सपना देख रहे थे कि क्या हम दिल्ली में कुछ ऐसा कर सकते हैं कि जो नई गाड़ियां, स्कूटर और बाइक खरीदी जाएं, लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ बढ़ें।”
उन्होंने कहा कि, “क्योंकि प्रदूषण का एक बड़ा कारण हमारी और आपकी गाड़ियों से निकलता हुआ धुआं है। हम जितनी चाहे उतनी बड़ी बातें कर लें, लेकिन जब तक हम गाड़ियां चलाएंगे और उनसे पेट्रोल और डीजल डालेंगे तब तक हवा में धुआं तो फैलेगा। उस धुएं को फैलने से कैसे रोका जाए, इसकी चिंता अरविंद केजरीवाल ने की और करीब चार साल पहले पूरी सरकार और हमारे थिंक टैंक को यह आदेश दिया कि हमें किसी भी तरह दिल्ली में इस धुएं को रोकना है। इसके लिए क्या करना है और कैसे करना है इसकी योजना बनाओ।”
श्री सिसोदिया ने कहा कि, “हमने यह सपना देखा था कि धीरे-धीरे करके दिल्ली में जो नई गाड़ियां, स्कूटर और बाइक खरीदी जा रही हैं उनमें से अब कितना प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन खरीदा जाए, उसके लिए पॉलिसी बनाई जाए। हमने उसके लिए पॉलिसी बनाई। भारत के अच्छे से अच्छे दिमाग, जो इस दिशा में अच्छा काम कर सकते हैं, उनको लगाया। पढ़े-लिखे मुख्यमंत्री का यही फायदा होता है कि एक पढ़ी-लिखी टीम उनके साथ काम करती है। अनपढ़ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हो तो उनके साथ अपराधी ही काम कर सकते हैं। इससे अपराध ही बढ़ेगा। पढ़ा-लिखा मुख्यमंत्री होगा तो चार्जिंग स्टेशन बनेंगे। नए जमाने की दिल्ली और हिंदुस्तान खड़ा होगा।”
श्री सिसोदिया ने आगे कहा कि, “हमने देखा है कि दुनिया में जहां-जहां लोगों ने पढ़े-लिखे और ईमानदार नेता चुने, दूरदर्शी लोग चुने, उन्होंने अपने बच्चों के लिए साफ-सुथरी और अच्छी हवा का इंतजाम कर दिया। आज दुनिया में ऐसे देश हैं जहां अगर सौ गाड़ियां खरीदी जा रही हैं तो कम से कम 80 से 85 गाड़ियां इलेक्ट्रिक हैं। यह कैसे संभव हुआ? वहां की हवा में धुआं नहीं है। वह इसलिए हुआ कि वहां की जनता ने पढ़े-लिखे लोगों को सरकार में भेजा होगा। तब जाकर ये योजनाएं बनी होंगी। बाकी देशों का तो मैं नहीं कह सकता, लेकिन मैं दिल्ली के लोगों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने आईआईटी से पढ़े और आईआरएस रहे व्यक्ति को चुना। उनको नेतृत्व दिया। और जो भी साजिशें हुईं, उसके बाद भी आज दिल्ली की मुख्यमंत्री सबसे पढ़ी-लिखी मुख्यमंत्री हैं। पढ़े-लिखे नेताओं का यह फायदा तो होगा कि दिल्ली आगे बढ़ेगी, नए जमाने की दिल्ली बनेगी। नए दौर की चुनौतियों का नए तरीके से सामना करने वाली दिल्ली बनेगी।”
उन्होंने कहा कि, “जब हमने यह पॉलिसी बनाई, उस समय यह सपना देखा था कि 2025 तक दिल्ली में जो लोग नई गाड़ियां खरीद रहे हैं उनमें से करीब 25 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन होने चाहिए। हमने यह टारगेट रखा था। और मुझे खुशी है कि हम इनकी तमाम औरंगजेब वाली हरकतों के बावजूद, कि जिस तरह वह जिसे पसंद नहीं करता था उसे उठाकर जेल में डाल देता था, अपने सारे अधिकारियों पर चाबुक चलाता रहता था कि खबरदार जो जनता के हित की बात की। केवल औरंगजेब का गुणगान करोगे और उसके हित की बात करोगे। इनकी तमाम औरंगजेबियत के बाद भी आज खरीदी जा रही नई गाड़ियों में 12 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन हैं। यानी जब-जब आप इलेक्ट्रिक वाहन खरीद रहे हो तब-तब आप यह सुनिश्चित कर रहे हो कि आप अपने बच्चों को साफ हवा देने के लिए कुछ खरीद रहे हो। अपने बच्चों को एक साफ आसमान और साफ-सुथरी हवा देने के लिए कुछ काम कर रहे हो। जो लोग नई गाड़ियां खरीद रहे हैं उनमें से 12 प्रतिशत लोग तो यह करने लगे हैं।”
श्री सिसोदिया ने कहा कि, “हमारा टारगेट है कि ऐसा 80 प्रतिशत लोग करें। उसमें चुनौतियां हैं। फिर सभी लोग करें, उसमें और चुनौतियां होंगी। लेकिन सरकार को इन चुनौतियों से निपटने का ही काम करना होता है। सरकार का काम लोगों से लड़ना नहीं है, उसका काम चुनौतियों से लड़ना है। और जब अरविंद केजरीवाल जैसे मुख्यमंत्री रहे हों और आतिशी जैसी मुख्यमंत्री हों तो चुनौतियों से लड़ने का ही काम होगा, आपस में लड़ने की जरूरत नहीं होगी।”
मनीष सिसोदिया ने कहा कि, “आज हम यहां प्रदूषण से लड़ने के लिए बड़ी शुरुआत कर रहे हैं। डिपार्टमेंट के डेटा से मुझे पता चला है कि पूरी दिल्ली में 2400 चार्जिंग प्वाइंट्स बन चुके हैं बाकी और निरंतर बनते रहेंगे। धीरे-धीरे एक समय होगा जब दिल्ली के कोने-कोने में आपको चार्जिंग स्टेशन मिलेगा। क्योंकि लोगों को यह कहना आसान है कि वह पेट्रोल-डीजल की गाड़ियां न खरीदें, बल्कि इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदें। लेकिन ईवी खरीदने वाला ईवी कैसे खरीदें? वह चार्ज कहां होगा? जिस तरह दिल्ली में कभी मेट्रो बनाने वालों ने सोचा होगा कि मेट्रो कैसे बनाएंगे? दिल्ली में जगह कहां से निकलेगी? उसी तरह ईवी पर काम करने वाली हमारी टीम के सामने भी चुनौती है कि दिल्ली में जगह कहां है? ईवी के चार्जिंग स्टेशन कहां बनाएंगे? लेकिन इसमें पावर डिपार्टमेंट, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट और पावर कंपनी को बधाई देता हूं कि उन्होंने दिल्ली में तमाम लिमिट के बावजूद दिल्ली वालों को 2400 चार्जिंग प्वाइंट्स दे दिए हैं। अभी आगे हजारों और बनेंगे। जिससे हम दिल्ली में शत प्रतिशत इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ बढ़ेंगे। यह बड़ी क्रांति है। देश के किसी भी राज्य में इतनी बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक व्हीकल नहीं खरीदे जा रहे हैं, जितने दिल्ली में खरीदे जा रहे हैं। क्योंकि दिल्ली में चार्जिंग स्टेशन सुलभ होते जा रहे हैं। क्योंकि दिल्ली के लोगों ने पढ़े-लिखे लोग चुन रखें हैं।”
इस मौके पर सीएम आतिशी ने कहा कि, “दिल्ली की सरकार अक्सर अपने शिक्षा पर किए कामों के लिए, स्वास्थ्य के क्षेत्र में मोहल्ला क्लिनिक पर किए कामों के लिए जानी जाती है। लेकिन आज इन 25 नए लो कॉस्ट ईवी चार्जिंग स्टेशंस जिनका दिल्ली के अलग अलग हिस्सों में उद्घाटन हो रहा है, इस बात का प्रमाण है कि, अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार दिल्ली के तरक्की के हर पहलू पर शानदार काम कर रही है।”
उन्होंने कहा कि, पिछले 7-8 साल से दिल्ली प्रदूषण की समस्या का सामना कर रही है। ख़ासकर अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर के महीने में जब प्रदूषण बहुत बढ़ जाता है। जब दिल्ली में प्रदूषण बढ़ना शुरू हुआ तब अरविंद केजरीवाल जी ने कहा कि, बेशक नवंबर-दिसंबर में प्रदूषण का कारण दिल्ली के बाहर जलने वाली पराली हो लेकिन दिल्ली हर संभव इस प्रदूषण के खिलाफ लड़ने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।”
सीएम आतिशी ने साझा किया कि, “2020 से दिल्ली की इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की शुरुआत हुई, दिल्ली को देश का ईवी कैपिटल बनाने की शुरुआत हुई। इसके तहत 2020 में दिल्ली देश के उन पहले राज्यों में था जिसने अपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की शुरुआत की।”
उन्होंने कहा कि, “दिल्ली में न सिर्फ़ 2 व्हीलर, 3 व्हीलर और कारों पर सब्सिडी दी गई बल्कि दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ ख़रीदने वालों को रोड टैक्स पर भी छूट दी। यानी दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ ख़रीदने पर सब्सिडी तो देती ही है , रोड टैक्स भी माफ़ होता है।”
सीएम आतिशी ने कहा कि, “बाक़ी सरकारें अक्सर पॉलिसी तो ले आती है, लेकिन ये नहीं सोचती कि वो ज़मीन पर कैसे लागू होंगी। लेकिन दिल्ली सरकार ने अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दो कदम आगे जाकर सोचा कि न सिर्फ़ हमें इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर सब्सिडी देनी है बल्कि इलेक्ट्रिक गाड़ियों को सफल बनाने के लिए शानदार चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार करना है।”
उन्होंने कहा कि, “इस दिशा में हम दिल्ली में बड़े स्तर पर चार्जिंग स्टेशंस तैयार करने पर काम कर रहे है। और आज दिल्ली में तक़रीबन 2500 ऐसे चार्जिंग पॉइंट्स है, जहाँ पर हर इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज किया जा सकता है।यही कारण है कि आज देश में सबसे ज़्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां दिल्ली में रजिस्टर हो रही है। अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में बनाई गई, ईवी पॉलिसी के तहत हो रही है। दिल्ली में आज जो गाड़ियां रजिस्टर हो रही है उनमें से 12% इलेक्ट्रिक है और मुझे उम्मीद है कि, आने वाले समय में ये संख्या बढ़ती जाएगी।”
उन्होंने साझा किया कि, “दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने ये फैसला लिया है कि, दिल्ली सरकार द्वारा खरीदी जाने वाली सारी बसें इलेक्ट्रिक होंगी। और न सिर्फ़ देश में बल्कि पूरे विश्व में आज दिल्ली इलेक्ट्रिक बस फ्लीट के मामले में दूसरे नंबर पर है। और आने वाले कुछ महीनों में हम दुनिया में पहले नंबर पर हो जाएँगे। साथ ही सरकार जल्द 150 इलेक्ट्रिक मोहल्ला बसों को सड़कों पर उतारने वाले है। दिल्ली सरकार ने अपने डिपो में इलेक्ट्रिक बसों के लिए शानदार चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया है ताकि बसें तुरंत सड़कों पर उतर सकें।”
सीएम आतिशी ने कहा कि, “दूरदर्शी लीडरशिप किसे कहते है, ये हमनें दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जी के माध्यम से देखा है। दिल्ली ने पूरे देश को दिखा दिया- अगर आपके मन में संकल्प हो कि आपको लोगों की तरक्की के लिए काम करना हो, प्रदूषण से लड़ना हो, सरकार में इच्छाशक्ति हो, सरकार समझदार पढ़े लिखे लोगों द्वारा चलाई जा रही हो तो कोई भी ऐसी समस्या नहीं है जिसका समाधान नहीं हो सकता।”
उन्होंने कहा कि, “मैं अरविंद केजरीवाल जी का धन्यवाद करना चाहूँगी जिन्होंने प्रदूषण के ख़िलाफ़ इस युद्ध में जो दूरदर्शी सोच रखी उसे आज हम दिल्ली के अलग अलग हिस्से में उतार रहे है। और वो दिन दूर नहीं है, जब दिल्ली के शिक्षा मॉडल की तरह दिल्ली का ईवी मॉडल भी पूरी दुनिया में पहचाना जाएगा।”
सीएम आतिशी ने अपने एक्स(ट्विटर) हैंडल से पोस्ट करते हुए साझा किया कि, “देश के ईवी कैपिटल दिल्ली को 25 नए लो कॉस्ट चार्जिंग स्टेशन मिले है, जहां लोग देश में सबसे सस्ती दरों पर अपने वाहन चार्ज कर सकेंगे। आज मनीष सिसोदिया जी के साथ इनका उद्घाटन किया। दिल्ली की शानदार ईवी पॉलिसी के कारण यहाँ देशभर की तुलना में सबसे ज़्यादा इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर हो रहे है। साथ ही दिल्ली सरकार अपने ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत कर रही है। और अब वो दिन दूर नहीं जब दिल्ली अपने ईवी मॉडल के लिए भी पूरे विश्व में जानी जाएगी। प्रदूषण कम करने के लिए ईवी को बढ़ावा देना हो या दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक बस फ्लीट खड़ी करना अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली ने पूरे देश को दिखा दिया है कि, यदि सरकार में काम करने की इच्छाशक्ति हो तो हर समस्या का समाधान हो सकता है।”