चंडीगढ़, 6 नवंबर: (The News Air) पंजाब के लोक निर्माण और बिजली मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व अधीन रंगले पंजाब की सृजना करने हेतु राज्य के सडक़ीय ढांचे को मज़बूत करने और सडक़ीय संपर्क को बेहतरीन बनाने के लिए नाबार्ड-28 प्रोजैक्ट के अधीन 24 पुलों के कार्य 60 करोड़ रुपए की अंदाजऩ लागत के साथ मंज़ूर किए गए हैं।
आज यह जानकारी देते हुए लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने बताया कि प्रोजैक्ट के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में नए पुल और ज़रूरत के अनुसार पुराने पुलों की जगह नए पुल बनाए जाएंगे। इससे सफऱ की दूरी घटने के कारण आम जनता को बढिय़ा सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा नाबार्ड से वित्तीय सहायता प्राप्त करके ग्रामीण सडक़ों की अपग्रेडेशन का यह कार्य-योजना बनाई गई है।
प्रोजैक्ट सम्बन्धी अधिक जानकारी देते हुए लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि अब तक 16 कार्यों को ई-टैंडरों के द्वारा पारदर्शी ढंग से आवंटित किया गया है। उन्होंने कहा कि आवंटित किए गए इन 16 कार्यों की अंदाजऩ लागत 35.42 करोड़ रुपए थी, परन्तु टैंडर प्रक्रिया के दौरान ठेकेदारों के बीच मुकाबले के स्वरूप यह कार्य 29.95 करोड़ रुपए में आवंटित किए गए। उन्होंने बताया कि इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत कार्यों की अलॉटमैंट में सरकार द्वारा इस्तेमाल की गई पारदर्शिता और कुशल कार्यप्रणाली के स्वरूप ठेकदारों में पैदा हुए विश्वास के कारण अब तक 5.47 करोड़ रुपए ( लगभग 15 प्रतिशत) की बचत हुई है। उन्होंने कहा कि बाकी रहते कार्यों को आवंटित करने की प्रक्रिया जारी है।
निर्माण कार्यों में किसी किस्म की कोताही या भ्रष्टाचार के प्रति मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की ज़ीरो टॉलरैंस का जिक्र करते हुए लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने कहा कि जहाँ इस नीति के मद्देनजऱ ठेकेदारों में सरकारी प्रणाली के प्रति विश्वास पैदा हुआ है, वहीं ईमानदार अफसरों के भी हौंसले बुलंद हुए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण बुनियादी ढांचे में लगातार सुधार करते हुए विभाग द्वारा राज्य की तरक्की में अपना योगदान दिया जा रहा है।