Rashi Peripherals IPO: राशि पेरिफेरल्स के आईपीओ को लेकर निवेशकों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. हालांकि, में इसमें आवेदन का आज आखिरी दिन है. निवेशक आज शाम पांच बजे तक इस आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं. पेशकश के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को आईपीओ को 3.19 गुना अभिदान मिला. एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, निर्गम के तहत 1,42,37,289 शेयरों की पेशकश की गई है.
निर्गम के दूसरे दिन 4,53,93,936 शेयरों के लिए बोलियां लगाई गईं. गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 5.88 गुना अभिदान मिला जबकि खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (RII) के खंड को 3.45 गुना अभिदान मिला.
पात्र संस्थागत खरीदारों के लिए आरक्षित खंड को 72 प्रतिशत अभिदान मिला है. आईपीओ के तहत 600 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी किए गए हैं. इसमें कोई बिक्री पेशकश शामिल नहीं है.
आईपीओ का 295-311 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया है. राशि पेरिफेरल्स ने निर्गम खुलने के पहले मंगलवार को एंकर (बड़े) निवेशकों से 180 करोड़ रुपये जुटाए थे.
राशि पेरिफेरल्स का आईपीओ GMP क्या है : राशि पेरिफेरल्स आईपीओ का ग्रे मार्केट में प्रीमियम तेजी से बढ़ रहा है. इन्वेस्टरगेन.कॉम के अनुसार, इसके प्रति शेयर पर 75 रुपये से ज्यादा का प्रीमियम चल रहा है. आईपीओ मूल्य बैंड के ऊपरी छोर और ग्रे मार्केट में मौजूदा प्रीमियम को ध्यान में रखते हुए, राशि पेरिफेरल्स आईपीओ की अपेक्षित लिस्टिंग कीमत ₹386 प्रति शेयर बताई गई थी, जो आईपीओ कीमत से 24.12% अधिक है. आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स लिमिटेड ने मानना है कि ऊपरी मूल्य बैंड पर कंपनी का मूल्य 16.6x के पी/ई पर है और इक्विटी शेयरों के जारी होने के बाद बाजार पूंजीकरण ₹20,494.80 मिलियन है. हमारा मानना है कि कंपनी का मूल्यांकन उचित है और हम आईपी को “सब्सक्राइब-लॉन्ग टर्म” रेटिंग देने की सलाह देते हैं.
क्या करती है राशी पेरिफेरल्स : राशि पेरिफेरल्स सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (IT) उत्पादों के लिए भारत में वैश्विक प्रौद्योगिकी ब्रांडों के अग्रणी राष्ट्रीय वितरण भागीदारों में से एक है. कंपनी के परिचालन से इसका राजस्व वित्त वर्ष 2011-वित्त वर्ष 23 में 26.32 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ मार्च वित्त वर्ष 2013 को समाप्त वर्ष में 9,454.3 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि सितंबर वित्त वर्ष 2014 को समाप्त छह महीनों के लिए टॉपलाइन 5,468.5 करोड़ रुपये थी. प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में, वोलराडो वेंचर पार्टनर्स फंड-III-बीटा और प्रमुख निवेशक मधुसूदन केला की पत्नी माधुरी मधुसूदन केला ने 100 करोड़ रुपये और 50 करोड़ रुपये का निवेश किया. वोल्राडो और केला कंपनी के एकमात्र सार्वजनिक शेयरधारक हैं जिनके पास 10.35 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष 89.65 प्रतिशत शेयर प्रमोटरों के पास हैं.
(Disclaimer: आईपीओ में निवेश बाजार जोखिम के अंतर्गत है. इसमें निवेश से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से जानकारी ले लें)