तरनतारन (The News Air): जिला तरनतारन के गांव गोहलवड़ के रहने वाले वरिंदर सिंह नोजवान, जो भारतीय सेना में कार्यरत थे, पुंछ में मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। जब यह खबर उनके परिवार तक पहुंची, तो यह उनके परिवार और गांव में दुखद दृश्य बन गया। जब देश के सैनिक शहीद वरिंदर सिंह का शव लेकर उनके गांव में अंतिम संस्कार करने के लिए निकल पड़े, शहीद वरिंदर सिंह के अंतिम संस्कार में उन्हें कोई सम्मान नहीं दिया गया और न ही जिला पुलिस और न ही नागरिक प्रशासन पहुंचा।
इस मौके पर जब हमने ग्रामीण से बात की तो उन्होंने कहा कि हम अक्सर देखते हैं कि जब भी कोई सैनिक देश की खातिर शहीद होता है तो उसके अंतिम संस्कार में सैनिक सलामी देते हैं। लेकिन दुख की बात यह है कि शहीद वीरेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार में न तो कोई सलामी दी गई, न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी और न ही हलक विधायक या उनके प्रतिनिधि पहुंचे जो बहुत दुखद है।