The News Air- चंडीगढ़ में मंगलवार को यानी आज BJP चुनावी मंथन करेगी। इसके लिए पंजाब BJP प्रभारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत भी चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। पंजाब की सभी सीनियर लीडरशिप को यहां बुलाया गया है, जिनसे मौजूदा हालात में पंजाब में चुनावी दांव को लेकर विचार विचार विमर्श किया जाएगा।
यह मीटिंग इसलिए अहम है, क्योंकि कृषि क़ानून वापसी के बाद पहली बार BJP नए सिरे से रणनीति बनाएगी। PM नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले ही कृषि क़ानून वापसी की घोषणा की है। हाल ही में भारत-पाक के बीच बना करतारपुर कॉरिडोर खोला गया है, जिसका क्रेडिट भी पंजाब भाजपा ले रही है।
पंजाब में किसानों का विरोध झेल रही है भाजपा
पंजाब में अभी तक भाजपा को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा था। अभी भी कृषि क़ानूनों की वापसी क़ानूनी तौर पर नहीं हुई है। किसान आंदोलन में डटे हुए हैं। हालांकि घोषणा के बाद पंजाब में भाजपा का विरोध होगा या नहीं, इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। लेकिन किसान अब MSP पर गारंटी क़ानून और कुछ अन्य मांगें कर रहे हैं। इसको लेकर भी मीटिंग में चर्चा होगी।
पहले भी मीटिंग कर चुके
इससे पहले भी पंजाब के प्रभारी और सह प्रभारी प्रदेश नेतृत्व से मीटिंग कर चुके हैं। उसके बाद ‘नवां पंजाब, भाजपा दे नाल’ मुहिम की भी शुरुआत की गई थी। हालांकि किसान आंदोलन के चलते पंजाब में भाजपा प्रचार शुरू नहीं कर सकी है। लेकिन तब भी उन्हें चंडीगढ़ में किसानों का विरोध झेलना पड़ा था।
पहली बार अकेले चुनाव में, कैप्टन से सीट शेयरिंग संभव
अकाली दल से गठजोड़ टूटने के बाद BJP पहली बार पंजाब में 117 सीटों पर अकेले विधानसभा चुनाव लड़ रही है। ऐसे में पंजाब को लेकर भाजपा की चुनौती बड़ी है। हालांकि भाजपा के पास कैप्टन अमरिंदर सिंह का विकल्प भी है, जो कृषि क़ानून वापसी के बाद अपनी नई पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का भाजपा से गठजोड़ को तैयार हैं और वह सीट शेयरिंग कर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अभी इस पर न कोई बात हुई है और न ही कोई फ़ैसला।