गुरदासपुर (The News Air) पंजाब के गुरदासपुर के एक गांव में रहने वाले पति-पत्नी ने 5 साल में हेरोइन के नशे पर करीब एक करोड़ रुपए उड़ा दिए। हालांकि पति करीब एक माह पहले जिला रेडक्रॉस नशा छुड़ाओ केंद्र में इलाज के बाद नशे की लत छोड़ चुका है। अब उसकी पत्नी भी बच्चों की खातिर नशा छोड़ने के लिए सेंटर में दाखिल हुई है। दोनों पति-पत्नी ने नशे से पूरी तरह से तौबा करने का पक्का मन बना लिया है।
उनका कहना है कि नशे की लत छोड़ने के बाद वह अपने आस-पास के लोगों को भी नशा न करने के प्रति जागरूक करेंगे।
2017 में पिता की बीमारी से हुई मौत
केंद्र में दाखिल महिला ने बताया कि साल 2017 में उसके पिता की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। पिता के इलाज के लिए करीब दो लाख रुपए का कर्ज उठाने के अलावा घर तक गिरवी रख दिया था। वह खुद शादी समारोह में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेती थी, लेकिन कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा था। इसके चलते वह परेशान रहने लगी। उसकी एक सहेली काफी समय से हेरोइन का नशा करती थी।
उसने उसे परेशान देखा तो कहने लगी कि नशा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। एक दिन उसने भी सहेली के साथ हेरोइन का नशा किया। बस फिर तो यह सिलसिला चल निकला। केवल 100 रुपए से शुरू हुआ यह सिलसिला हजारों और लाखों रुपए तक कब जा पहुंचा, पता ही नहीं चल पाया। शादी के बाद भी नशा करने की आदत नहीं छोड़ पाई।
पति को भी हेरोइन चखने के लिए मनाया
एक दिन उसने अपने पति को भी हेरोइन का नशा चखने के लिए मना लिया। इसके बाद तो दोनों पति-पत्नी मिल कर नशा करने लगे। दोनों पति-पत्नी मिलकर रोजाना करीब 8 हजार रुपए का नशा कर लेते थे। उधर, केंद्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रोमेश महाजन का कहना है कि नशा दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ ही छोड़ा जा सकता है।
केंद्र में दाखिल मरीजों को पूरी तरह से घर का माहौल दिया जाता है ताकि वे अपनी लत को आसानी से छोड़ पाएं। उन्होंने बताया कि महिला का पति अब काफी हद तक स्वस्थ है। अब महिला का इलाज शुरू कर दिया गया है।