नई दिल्ली, 18 अगस्त (The News Air) दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा लाए गए दिल्ली सर्विसेज कानून पर विस्तृत चर्चा हुई। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने क़ानून बनाकर दिल्ली की जनता के अधिकार छीन लिए, लेकिन मैं दिल्ली के लोगों को आश्वासन देता हूं कि आपके अधिकार वापस दिलाकर रहूंगा। हम किसी भी हालत में दिल्ली के काम रुकने नहीं देंगे। सीएम ने कहा कि दिल्ली की जनता ने मोदी रथ को रोक दिया। इसलिए उन्होंने आम आदमी पार्टी को खत्म करने को सोचा। मोदी जी सीबीआई- ईडी-कैश तीन घोड़े वाला रथ लेकर निकले हैं। इनकी मदद से इन्होंने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गोवा, मणिपुर और कर्नाटक समेत कई राज्यों की सरकार गिराई। मोदी जी का घोड़ा दिल्ली भी पहुंचा, लेकिन हमारा एक भी विधायक नहीं बिका। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों सीटें भाजपा हार रही है और ये चुनाव दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने के मुद्दे पर होगा।
मोदी लहर के बीच आम आदमी पार्टी दिल्ली का चुनाव जीत गई और देश भर में चर्चा होने लगी- अरविंद केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा दिल्ली अध्यादेश बिल लाने के पीछे की कई बड़ी वजहें गिनाई। सदन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऐसे बिल को संसद में पारित किया, जिसने दिल्ली के लोगों के जनतंत्र के अधिकार को कुचल दिया है। इस अध्यादेश को लाने का कारण समझने के लिए आम आदमी पार्टी का इतिहास समझना होगा। सीएम ने कहा कि साल 2014 में लोकसभा चुनाव होना था। उससे एक साल पहले यानी साल 2013 में कांग्रेस पार्टी को लेकर जनता निगेटिव हो गई थी। देश भर में ऐसा लग रहा था, जैसे मोदी लहर चल रही है। तभी अचानक 4 दिसंबर 2013 को दिल्ली विधानसभा का चुनाव हुए और 8 दिसंबर को इसके नतीजे आए। इस चुनाव के नतीजे में कुछ ऐसा अद्भुत हुआ कि एक ऐसी पार्टी, जिसके पास न तो 4 आदमी थे, न 4 रुपये थे, कोई चुनाव लड़ने वाला भी नही था। चुनाव के 48 घंटे पहले मीडिया वालों ने एक स्टिंग जारी किया था, लेकिन फिर भी इस नई पार्टी की चुनाव में 28 सीट आ गई और सरकार बन गई। 28 दिसंबर को नई सरकार ने शपथ ली और सरकार ने बेहतर काम करना शुरू कर दिया। जिस वक्त पूरे देश में मोदी की लहर थी, उस दौरान अचानक आम आदमी पार्टी चुनाव जीत गई और देश भर में “आप” की चर्चा होने लगी। लोगों को लग रहा था कि अचानक ये आम आदमी पार्टी कहां से बीच में आ गई।
आम आदमी पार्टी की 49 दिनों की सरकार को लोग आज भी याद करते हैं- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उस वक्त मोदी जी प्रधानमंत्री बनने जा रहे थे, लेकिन तभी एक छोटे से राज्य दिल्ली के अंदर एक नई पार्टी आई और उसने हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि, हमारी सरकार सिर्फ 49 दिनों तक ही चली, लेकिन उस 49 दिन को लोग आज भी याद करते हैं। 49 दिनों में ही दिल्ली के अंदर भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म हो गया था। पंजाब से दिल्ली जो ट्रक वाले आते हैं। वे बताते हैं कि चौराहों पर पुलिस वालों ने पैसे लेने बंद कर दिए। किसी भी डिपार्टमेंट के ऑफिसर ने रिश्वत लेना बंद कर दिया था। हमने लोगों से कहा था कि अगर कोई पैसे मांगे तो उसे मना मत करना, बल्कि उसे रिश्वत देकर उसकी रिकॉर्डिंग कर मुझे भेज देना, हम उसे जेल भेज देंगे। हमने सिर्फ 49 दिनों में 32 अफसरों को जेल भेजा था। इससे दिल्ली में भ्रष्टाचार खत्म हो गया। लोगों ने आज तक ऐसी सरकार नहीं देखी थी। देशभर में “आप” की चर्चा होने लगी थी। इस दौरान महिला सुरक्षा को लेकर 2-3 केस आए थे। इसके बाद हम दिल्ली की सड़कों पर 2-3 दिन तक धरना दिए। रात में भी सड़क पर ही सोते थे। दिल्ली में बिजली के रेट आधे हो गए, पानी मुफ्त हो गया। उस वक्त देश के सबसे बड़े आदमी के खिलाफ हमने नाम के साथ एफआईआर किया। उस आदमी का नाम लेने से सभी पार्टियां कांपती है, लेकिन हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। 49 दिनों के बाद जब हमने इस्तीफा दे दिया, तब बीजेपी वालों ने चैन की सांस ली थी।
“आप” को खत्म करने के लिए मोदी जी का पूर तंत्र लग गया, फिर भी महज नौ साल में देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसके बाद अप्रैल के महीने में लोकसभा चुनाव हुआ, तो मोदी जी पूरे बहुमत से जीत गए। फिर हर तरफ चलने लगा कि मोदी युग आ गया। उस वक्त बीजेपी वालों को पूरी उम्मीद थी कि “आप” खत्म हो गई। इस कड़ी में अमित शाह से पूछा गया था कि क्या आप अरविंद केजरीवाल के साथ डिबेट करेंगे, तो उन्होंने कहा था कि चुनाव के रिजल्ट के बाद यानी 16 मई के बाद अगर केजरीवाल राजनीति में कायम रहेंगे, तो मैं जरूर उनसे डिबेट करूंगा। उन्हें लगा था कि अब “आप” भी खत्म और केजरीवाल भी खत्म हो गए। देश भर में मोदी लहर चल रही थी, महाराष्ट्र में चुनाव हुए मोदी जी जीत गए, फिर हरियाणा में मोदी जी जीत गए, झारखंड में भी जीत गए। इसके बाद फरवरी 2015 में दिल्ली में चुनाव हुए। दिल्ली में 70 में से 67 सीट पर आम आदमी पार्टी की जीत हुई और बीजेपी सिर्फ 3 सीट पर सिमट गई। उस वक्त मोदी जी के दिल पर क्या गुजरी होगी, जो घोड़े पर बैठ कर निकले थे। उनका घोड़ा जहां जा रहा है, वहां जीतता जा रहा है, जिस रास्ते से जा रहा है, वहां जीतता जा रहा है। लेकिन मोदी रथ दिल्ली वालों ने रोक दिया। उस दिन मोदी जी ने कसम खाई थी कि इस आम आदमी पार्टी को मैं खत्म कर दूंगा और इनकी सरकार को भी खत्म कर दूंगा। लेकिन भगवान ने तो कुछ और ही सोच रखी थी। “आप” को खत्म करने के लिए मोदी जी का पूर तंत्र लग गया, लेकिन ऊपर वाले ने सिर्फ 9 साल के अंदर इस पार्टी को देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बना दी।
अफसरों को अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल कर दिल्ली के लोगों को कुचलने के लिए मोदी जी ने हमसे सर्विसेज छीनी – अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दूसरी बार हमारी सरकार 14 फरवरी 2015 को बनी। इसके 3 महीने बाद यानी 23 मई को प्रधानमंत्री ने एक आदेश पारित किया कि अब दिल्ली सरकार का एंटी करप्शन ब्रांच और सर्विसेज के ऊपर कोई अधिकार नहीं रहेगा। केंद्र सरकार ये कैसे कर सकती है, संविधान में लिखा है कि इस पर दिल्ली सरकार का अधिकार है। कल को मोदी सरकार कह देंगे कि ओडिसा सरकार का बिजली पर कोई अधिकार नहीं रहेगा तो, ऐसा कैसे हो सकता है क्योंकि बिजली राज्य सरकार के अधीन है। वो कहेंगे कि महाराष्ट्र सरकार का शिक्षा पर कोई अधिकार नहीं रहेगा, जबकि ये तो राज्य सरकार का अधिकार है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने बिल्कुल असवैंधानिक ऑर्डर पास किया है कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार का एंटी करप्शन ब्रांच और सर्विसेज पर कोई अधिकार नहीं रहेगा। एंटी करप्शन ब्रांच इसलिए हमसे छीना गया, क्योंकि 49 दिन की सरकार के दौरान हमने एंटी करप्शन ब्रांच का इस्तेमाल करके भ्रष्टाचार को रोका था। मोदी जी नहीं चाहते थे कि हम भ्रष्टाचार को रोंके। मोदी जी ने सर्विसेज के अधिकार को इसलिए हमसे छीना, क्योंकि वे अफसरों को अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल कर दिल्ली के लोगों को कुचलना और मारना चाहते थे।
पिछले साल बीजेपी वालों ने लोगों के लिए मोहल्ला क्लिनिक की दवाइयां बंद करा दी थी – अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि पिछले साल बीजेपी वालों ने मोहल्ला क्लिनिक की दवाइयां लोगों के लिए बंद करा दी। ये अफसरों को धमकियां देते हैं, उनका ट्रांसफर करा देते हैं, किसी को सस्पेंड कर देते हैं, सभी को बुरी तरह से डरा रखे हैं। जो अफसर अच्छा काम करते हैं, उन्हें यहां से उठा कर कही और फेक देते हैं। जो अफसर बिल्कुल निकम्मे हैं, घटिया काम करते हैं, उन्हें अच्छे-अच्छे पोस्ट पर बैठाकर रखे हैं। इन लोगों ने मोहल्ला क्लीनिक की दवाइयां रोक दी, लैब के अंदर जो टेस्ट होते हैं, वो टेस्ट रोक दिए हैं। अस्पतालों से कई लोगों को नौकरी से निकाल दिया, ताकि अस्पताल ठप हो जाएं। हम टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए भेजते थे, लेकिन उन्होंने ये भी रोक दिया है। दिल्ली जल बोर्ड की पेमेंट रोक दी है। इन लोगों ने ओल्ड एज पेंशन रोक दी है। मैं जब लोगों को बताता हूं कि बीजेपी वालों ने ये किया है, तो लोग कहते हैं कि नहीं ऐसा तो नहीं कर सकते हैं। मैं कहता हूं कि जो पार्टी चुनाव जीतने के लिए दंगे करा सकती है, लाखों लोगों को मार सकती है, कत्लेआम कर सकती है, उसके लिए दवाइयां रोकना तो बाएं हाथ का खेल हैं। ऊपर वाले के यहां देर है, अंधेर नहीं है।
लोगों को लगने लगा है कि एक ऐसा प्रधानमंत्री आ गया है, जो सुप्रीम कोर्ट को भी नहीं मानता- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 8 साल के जद्दोजहद के बाद 11 मई 2023 को सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया। सुप्रीम कोर्ट के 5 सबसे बड़े जजों ने इस केस में 3 हफ्ते तक सुनवाई की, फिर इस मामले में 4 महीने तक सोचा-समझा और फैसला दिया। ऑर्डर में जजों ने कहा कि हमारा देश जनतंत्र है, जिसमें जनता सरकार चुनती है। चुनी हुई सरकार को काम करने का सारा अधिकार है। अफसरशाही पर दिल्ली की चुनी हुई सरकार की ही पावर होगी, इसमें न तो एलजी की पावर होगी और न ही प्रधानमंत्री की पावर होगी। कोर्ट के आदेश के बाद लोगों को लगा कि अब तो जो होना था हो गया, लेकिन लोगों को बीजेपी वालों की बेशर्मी की हदें नहीं पता थी। 20 मई से सुप्रीम कोर्ट की छुट्टियां होने वाली थी। 19 मई को शाम 5 बजे सुप्रीम कोर्ट बंद हुआ, फिर बीजेपी वालों ने वो किया जो किसी ने सोचा भी नहीं होगा। 19 मई की रात 10 बजे बीजेपी वालों ने एक अध्यादेश पास किया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट दिया। पूरा देश स्तब्ध रह गया। लोगों को लगने लगा कि एक ऐसा प्रधानमंत्री आ गया, जो सुप्रीम कोर्ट को भी नहीं मानता है, जो कहता सुप्रीम कोर्ट जो भी ऑर्डर पास करेगा, उसे पलट दूंगा। अगर सुप्रीम कोर्ट ही नहीं बचेगा, तो इस देश की जनता की रक्षा करने वाला कौन बचेगा। देश की जनता को न्याय कौन दिलाएगा। मैं जहां भी जाता था, लोग कहते थे कि मोदी जी सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते हैं।
संविधान ने पावर इसलिए नहीं दी है कि आप जनता के अधिकारों को कुचल दो- अरविंद केजरीवाल
सीएम ने कहा कि ये लोग इस अध्यादेश को रिप्लेस करने के लिए बिल लेकर आए। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2 घंटे भाषण दिए, लेकिन एक लाइन भी उन्होंने नहीं बताई कि इस बिल को लाने से देश की और दिल्ली की जनता का क्या फायदा होगा। वो बार-बार एक ही लाइन बोल रहे थे कि इस कानून को लाने की हमारे पास पावर है। संविधान और सुप्रीम कोर्ट ने हमें ये पावर दिया है कि हम इस कानून को लाएं। सीएम ने कहा कि आपके पास तो सारी पावर है, तो क्या इस देश को ले डूबोगे, लोगों को मारोगे क्या, देश के ऊपर तानाशाही करेंगे, कत्लेआम करेंगे। आप जिस पावर की बात कर रहे हैं, वो जनता ने ही दी है। ज्यादा पावर का नशा हो रहा है, तो लोग छीन भी लेंगे। संविधान ने पावर इसलिए दी है कि भला करो, जनता के लिए काम करो, रोजगार दिलाओ, सड़क दो, बिजली दो, पानी दो। पावर इसलिए नहीं दी है कि जनता के अधिकारों को कुचल दो। पावर इसलिए नहीं दी है कि संविधान को ही कुचल दो। सीएम ने कहा इन लोगों को अध्यादेश इसलिए लाना पड़ा क्योंकि सिर्फ दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में कत्लेआम मचा रखा है। जहां भी नॉन बीजेपी की सरकार है, वहां की सरकार गिराने के लिए इनके पास दो हथियार हैं। या तो पैसे देते हैं, या फिर ईडी, सीबीआई छोड़कर उन्हें धमकाते हैं, उन्हें गिरफ्तार कर लेते हैं। फिर उनकी बेल तभी होती है, जब वे अपनी पार्टी बदलते हैं। इन लोगों ने दिल्ली में दोनों तरीके अपना लिए हैं।
आज अगर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन बीजेपी में शामिल हो जाएं तो कल इनकी बेल हो जाएगी – अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री एक बार फिर एक रथ लेकर चले हैं, इस रथ में 3 घोड़े हैं। एक ईडी, एक सीबीआई और एक कैश। मोदी जी इस 3 घोड़े वाला रथ लेकर चले हैं, इस रथ से उन्होंने अरुणाचल प्रदेश जीत लिया, यहां की सरकार गिरा दी। मोदी जी रथ लेकर मध्यप्रदेश, कर्नाटक, पुडुचेरी, मणिपुर, गोवा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और मेघालय की सरकार गिरा दी। फिर उनका रथ दिल्ली पहुंचा। यहां बीजेपी वाले “आप” के कई विधायकों के पास गए थे और कहा कि 25-25 करोड़ रुपये ले लो। सीएम ने कहा कि लेकिन दिल्ली वालों ने हीरे चुनकर भेजे हैं, इसलिए एक आदमी नहीं बिका। फिर उन्होंने ईडी और सीबीआई भेजी, जिसने सत्येंद्र जैन को और मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। जो भी बीजेपी में शामिल होते जा रहे हैं, उनकी बेल होती जा रही है। आज अगर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन भी बीजेपी में शामिल हो जाएंगे, तो कल इनकी बेल हो जाएगी। उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है, ये तो ऐसे ही नौटंकी चल रही है। वे लोग भी डटे हुए हैं कि आप ईडी, सीबीआई जो मर्जी कर लो, पूरी जिंदगी जेल में रख लो, लेकिन तुम्हारी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। दिल्ली में मोदी जी का रथ आकर रुक गया। यहां न तो इनका कैश काम किया और न ही ईडी और सीबीआई काम किया। इसलिए हारकर इन्होंने अध्यादेश लाया, ताकि किसी भी तरह हमारी सरकार को काम करने से रोक सके।
दिल्ली वाले हमें बहुत प्यार करते हैं, इसलिए मोदी जी दिल्ली वालों से लड़ते हैं- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग हमें बहुत प्यार करते हैं, हमें 3 असेंबली के चुनाव जिताए, फिर उन्होंने एमसीडी का चुनाव जिताया। पिछले साल इन्होंने कितना दिल्ली में कितना गंध मचाया, लेकिन जनता सब देख रही है, जनता बेवकूफ नहीं है। इन्होंने मोहल्ला क्लिनिक की पेमेंट रोक दी, जल बोर्ड की पेमेंट रोक दी, ओल्ड एज पेंशन रोक दी, विधवा पेंशन रोक दी। फिर दिल्ली वालों ने इन्हें हरा दिया। दिल्ली वाले हमें बहुत प्यार करते हैं। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी जी दिल्ली वालों से लड़ते हैं और डरते हैं। प्रधानमंत्री को खतरा लगता है कि कहीं ऐसा न आ जाए कि जैसे दिल्ली वाले इन्हें इतना प्यार करते हैं, एक दिन पूरा देश प्यार करने लगे। दिल्ली के बाद पंजाब में भी लोग हमें बहुत प्यार करते हैं। लोग कहते हैं कि दिल्ली और पंजाब में करीब 50 साल इनकी सरकार कहीं नहीं जाएगी। दिल्ली में हमारी सरकार आए 8 साल हो गए हैं। पहले दिल्ली को लेकर देशभर में चर्चा होती थी, कॉमनवेल्थ घोटाला, सीएनजी घोटाला। पहले दिल्ली के लोग कहीं जाते थे, लोग कहते थे अच्छा तुम दिल्ली से आए हो, जहां सीएनजी घोटाला और कॉमनवेल्थ घोटाला हुआ है। दिल्ली घोटाले से जाने जाते थे, लेकिन अब दिल्ली वाला कहीं भी जाता है, तो लोग पूछते हैं तुम्हारा बिजली का बिल जीरो आता है। लोग पूछते हैं तुम्हारे स्कूल इतने अच्छे हो गए, तुम्हारा मोहल्ला क्लिनिक कैसा है, तुम्हारे यहां इलाज मुक्त होता है, इससे दिल्ली के लोगों की देशभर में इज्जत बढ़ गई। लोगों के रिश्तेदार बाहर से आते हैं, तो बताते हैं कि टैक्सी ड्राइवर खुद स्कूलों की तारीफ कर रहा था। ऑटो ड्राइवर दिल्ली के अस्पतालों की तारीफ कर रहा था। दिल्ली के लोगों ने 8 साल में खूब इज्जत कमाई है।
प्रधानमंत्री पिछले 8 साल से कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह हमारे सारे काम को रोका जाए – अरविंद केजरीवाल
सीएम ने कहा कि इन्होंने हमारे इतने काम रोके, प्रधानमंत्री खुद पिछले 8 साल से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह हमारे सारे काम को रोका जाए। इसके बाद भी हमने स्कूल ठीक कर दिए, मोहल्ला क्लिनिक बना दिए, अस्पताल अच्छे कर दिए, अस्पतालों के अंदर इलाज मुफ्त कर दिया, महिलाओं का किराया मुफ्त कर दिया, बिजली 24 घंटे कर दी, बिजली फ्री कर दी, पानी घर-घर पहुंचा दिया, पानी फ्री कर दिया, बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराकर ला रहे हैं, कच्ची कॉलोनियों के अंदर बड़ा सड़क बना रहे हैं, पानी की पाइप लाइन बना रहे हैं, सीवर का नेटवर्क लगा रहे हैं। ओल्ड एज पेंशन सबसे ज्यादा दिल्ली के लोगों को मिल रही है। सीएम ने कहा कि सरकार के आंकड़ों के अनुसार, सबसे कम महंगाई दिल्ली के अंदर हैं। अगर सबसे ज्यादा काम करने का नोबेल प्राइज होता तो दिल्ली की 2 करोड़ जनता को मिलता। मुझे कई बार ऐसा लगता है कि दिल्ली की जनता के ऊपर भगवान की कृपा है, क्योंकि इतनी सारी शक्तियां दिल्ली की कामों को रोकने की कोशिश कर रही है। अगर सभी जगह से दरवाजे बंद हो जाते हैं, तो भगवान कहीं न कहीं रास्ता जरूर दिखाते हैं। इसलिए आज तक दिल्ली में कोई भी कार्य नहीं रूका। पिछले दो साल से सीबीआई लगी हुई हैं कि ये लोग सौ करोड़ रुपए खा गए हैं, लेकिन एक रुपया नहीं मिला।
मोदी जी दिल्ली वालों को हराना चाहते हैं, लेकिन न तो दिल्ली की जनता हारेगी और न ही दिल्ली का बेटा हारेगा- अरविंद केजरीवाल
उन्होंने कहा कि हमारे पास दिल्ली की जनता का आशीर्वाद हैं। आज दिल्ली की स्कूलों में 18 लाख गरीब के बच्चे पढ़ते हैं। इसके साथ ही मोहल्ला क्लिनिक में करोड़ों लोगों का इलाज होता है, हर गरीब के घर में बिजली का एक रुपया बिल नहीं आता हैं। जितने भी गरीब है वे मुझे आशीर्वाद देते हैं। बता दें कि इन्होंने जितने भी कार्य किए है सारे पाप किए हैं। ये किसी के घर की बिजली काट देते थे तो किसी बीमार के इलाज नहीं होने देते थे। सीएम ने कहा कि कहा कि पाप करोगे तो उसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। मोदी जी दिल्ली वालों को हराना चाहते हैं, लेकिन न तो दिल्ली की जनता हारेगी और न ही दिल्ली का बेटा हारेगा। हम डटकर मुकाबला करेंगे। मैं एक भी काम रूकने नहीं दूंगा। स्पीड स्लो हो सकती है, लेकिन एक भी काम रुकने नहीं दूंगा। मुझे भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर आएगा और हम जीतेंगे। फिर 100 की बजाय 200 की स्पीड में काम होगा।
दिल्ली के लोगों ने मुझे कुर्सी दी है, मैं कभी भी जनता की पगड़ी उछलने नहीं दूंगा- अरविंद केजरीवाल
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री विदेशों में जाकर डेमोक्रेसी की बात करते हैं, लेकिन यहां डेमोक्रेसी को कुचलते हैं। सीएम बोले डेमोक्रेसी के कई सिस्टम होते हैं, कोई कहता है बेस्ट मिनिस्टर मॉडल, कोई कहता है प्रेसिडेंशियल फॉर्म ऑफ डेमोक्रेसी, कोई कहता है पार्लियामेंट्री फॉर्म। ये जो बिल लाए हैं, इनमें तीन मेंबर की कमेटी बनाई है, जिसमें एक मुख्यमंत्री होगा और दो अफसर उसके सिर पर बैठेंगे, ये कौन सा मॉडल है। भगवान जाने ये कहां से लाए हैं, आरएसएस वाले का सबसे खुराफाती दिमाग है। ये चौथी पास मॉडल है। सीएम ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने मुझे कुर्सी दी है, मैं कभी भी जनता की पगड़ी उछलने नहीं दूंगा। आपका कभी भी सिर नहीं झुकने दूंगा और न ही दिल्ली का कोई काम रुकने दूंगा।
इस दुनिया में कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ जो दिल्ली की जनता को झुका दे या तोड़ दे- अरविंद केजरीवाल
सीएम ने कहा हाल ही में एक बीजेपी वाला आया था और बोला कि या तो तुम भी बीजेपी को सपोर्ट करो नहीं, तो तुम्हें तोड़ देंगे। मैंने कहा कि इस दुनिया में कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ जो दिल्ली की जनता को झुका दे या तोड़ दे। कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ जो केजरीवाल को झुका दे या फिर तोड़ दे। पीएम मोदी ने लाल किले से भाषण देते हुए कहा था कि हम एक हजार साल का नींव रख रहे हैं, अगर हजार साल का मॉडल यही है कि एक प्रधानमंत्री होगा और 32 गवर्नर होंगे और पीएम दिल्ली में बैठकर गवर्नर के जरिए पूरा देश चलाएगा, तो मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि एक हजार साल तो छोड़िए देश की जनता 5 साल भी इस मॉडल को चलने नहीं देंगे। हमने आजादी सिर्फ अंग्रेजों को भगाने के लिए नहीं चुनी थी। इस देश के लोग सरकार चुनेंगे, आप उस अधिकार को कुचल नहीं सकते हैं। सीएम ने कहा कि केंद्र में, राज्य में, पंचायत में, और मुनिसिपलिटी में भी देश की जनता सरकार बनाएगी। आप इस अधिकार को कुचल नहीं सकते हैं। मेरा दिल कहता है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी दिल्ली की सातों सीटें हार रही है। इस चुनाव का मुद्दा दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने पर होगा।