देश में चीनी की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में भाव 300 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं। तो महाराष्ट्र में भी कीमतों में उछाल है। बताते चलें कि लगातार तीसरे हफ्ते चीनी के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जबकि मिल, रिटेल भाव में 7 रुपये प्रति किलो तक का फर्क आया है। जानकार ये भी मान रहे हैं अगर मौजूदा हालात बने रहे तो जून तक मिलों का चीनी भाव 4000 रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ सकता है। चीनी का रिटेल भाव 43-44 रुपये प्रति किलो संभव है।
इस बीच AISTA का चीनी उत्पादन अनुमान घटाया है। AISTA का कहना है कि इस साल 3.35 करोड़ टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। जबकि पहले 3.45 करोड़ टन उत्पादन अनुमान लगाया गया था।
वहीं दूसरी तरफ सरकार ने भी देश में चीनी उत्पादन कम होने की आशंका जताई है। सरकार का कहना है कि इस साल चीनी के उत्पादन में 2-3 लाख टन कटौती हो सकती है। पहले 3.86 करोड़ टन चीनी उत्पादन की उम्मीद थी।
क्यों घटेगा उत्पादन?
बेमौसम बारिश, ओलों से फसल खराब हुई है। फसल खराब होने से महाराष्ट्र में उत्पादन गिरा है। एथेनॉल डायवर्जन से भी चीनी का उत्पादन घटा है। 50 लाख टन एथेनॉल के लिए डायवर्ट हुई है जबकि 60 लाख टन चीनी का एक्सपोर्ट हुआ।
महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन के आंकड़ों पर नजर डालें तो 1.05 करोड़ टन उत्पादन होने की संभावना है। जबकि पहले 1.38 करोड़ टन चीनी उत्पादन की उम्मीद थी। वहीं कर्नाटक में 56 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है जबकि पहले 63 लाख टन चीनी उत्पादन की उम्मीद थी।
चीनी मिल बंद !
कर्नाटक, महाराष्ट्र में चीनी मिल बंद हुए हैं। पहले जून-जुलाई तक मिलें चलती थी और जून-जुलाई तक गन्नों की पेराई होती थे लेकिन अब कम उत्पादन से चीनी मिले जल्दी बंद हुई है। बता दें कि महाराष्ट्र में 190 चीनी मिलें बंद हुईं है जबकि कर्नाटक में 71 चीनी मिलें बंद हुईं है। बता दें कि 31 मार्च तक महाराष्ट्र में गन्नों की पेराई 10.40 करोड़ टन हुई थी जबकि कर्नाटक में 5.30 करोड़ टन गन्ने की पेराई हुई थी।