चुनाव-चिन्ह पर फैसला नहीं : Sharad Pawar गुट ने चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान किया था, लेकिन आयोग ने अपने फैसले में शरद पवार गुट से 24 घंटे में तीन नाम देने को कहा था। इसके बाद शरद पवार की तरफ ये नाम आयोग को दिए गए थे। इसके बाद आयोग ने शरद पवार खेमे की पहली च्वाइस पर ही मुहर लगा दी। शिंदे गुट को असली शिवसेना करार दिए जाने के बाद उद्धव गुट ने भी नए नाम में उद्धव बालासाहब ठाकरे जोड़ कर पार्टी बनाई थी। जो अब शिवसेना (यूबीटी) कहलाती है। सूत्रों की मानें तो शरद पवार गुट की उगते हुए सूर्य को चुनाव चिन्ह के तौर पर चाहता है। शरद पवार गुट की तरफ अपने खेमे के लिए आयोग से नाम लेने के बाद निर्दलीय घोषित होने का खतरा टल गया है। आयोग ने अपने फैसले में कहा था कि शरद पवार गुट अगर 7 फरवरी की शाम चार बजे तक अपने खेमे के लिए नाम नहीं देगा तो उनके समर्थक विधायकों और सांसदों को निर्दलीय माना जाएगा। महाराष्ट्र में छह सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव घोषित हुआ है। निर्विरोध निर्वाचन नहीं की स्थिति में 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव होंगे।
सीएम केजरीवाल की जान को खतरा, भाजपा-प्रधानमंत्री के इशारे पर सरेआम दी जा रही धमकी- संजय सिंह
नई दिल्ली, 20 मई (The News Air) ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जान को...