Farmers Protest : जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) समेत कई राज्यों के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने पंजाब (Punjab) में कई किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह किसानों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) किसानों से बातचीत में असफल रहे और अब उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। मलिक ने सभी किसान संगठनों से एकजुट होकर इस कार्रवाई का विरोध करने का आह्वान किया।
पंजाब सरकार द्वारा किसानों के घरों पर रातभर छापेमारी ओर गिरफ्तारी करना निंदनीय है कार्य है, मैं पंजाब की सभी किसान जत्थेबंदियों से अनुरोध करता हूं कि आप सभी एक साथ आकर इस ज़ुल्म के खिलाफ लड़ें- सत्यपाल मलिक (पूर्व गवर्नर) #SatyapalMalik pic.twitter.com/MfLmIHPsMu
— Satyapal Malik (@SatyapalMalik6) March 4, 2025
सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया पर जताई नाराजगी
सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा, “पंजाब सरकार का यह कदम निंदनीय है। किसानों को रातोंरात उनके घरों में कैद करना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। मैं पंजाब के सभी किसान संगठनों से अनुरोध करता हूं कि वे एक साथ आकर इस ज़ुल्म के खिलाफ आवाज उठाएं।”
बता दें कि पंजाब सरकार ने सोमवार रात कई किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट करवा दिया। यह कदम 5 मार्च से शुरू होने वाले किसानों के धरने को रोकने के लिए उठाया गया। सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान और किसान नेताओं के बीच बैठक बेनतीजा रही थी, जिसके बाद सरकार ने यह सख्त कार्रवाई की।
कांग्रेस ने भगवंत मान सरकार पर साधा निशाना
पंजाब में किसानों की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस (Congress) ने भी कड़ा विरोध जताया। कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार किसानों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (X) हैंडल से लिखा, “भगवंत मान सत्ता के नशे में चूर हैं। किसानों को धमकाकर उनकी जायज मांगों को दबाने की कोशिश की जा रही है। यह आम आदमी पार्टी (AAP) का किसान विरोधी चेहरा उजागर करता है।”
कई किसान नेता हो गए अंडरग्राउंड
गिरफ्तारी के डर से कई किसान नेता अंडरग्राउंड हो गए हैं। इनमें जोगिंदर सिंह (Joginder Singh), सुखदेव सिंह कोकरीकलां (Sukhdev Singh Kokrikalan), बीकेयू दकुंडा (BKU Dakunda) के प्रमुख बूटा सिंह (Boota Singh) और जगमोन सिंह (Jagmohan Singh) जैसे नाम शामिल हैं। किसान नेताओं का कहना है कि सरकार उन्हें जेल में डालकर विरोध को कुचलना चाहती है।
पंजाब में किसानों के आंदोलन को रोकने की इस कार्रवाई ने राजनीति को गरमा दिया है। अब देखना यह होगा कि किसान संगठनों की अगली रणनीति क्या होगी और सरकार इस मुद्दे पर आगे क्या रुख अपनाती है।