11/ FIRST: Russia’s access to a global payment network has nothing to do with the goal of primary sanctions, cutting Russia off from the US economy.
It’s illegal for US persons to transact with SDNs, period. It doesn’t matter if they use dollars, gold, sea shells, or bitcoin.
— Jake Chervinsky (@jchervinsky) March 1, 2022
चेरविंस्की ने थ्रेड में तीन बड़े कारणों के जरिए इस बात को समझाया है। इनमें से पहला कारण यह है कि ग्लोबल पेमेंट नेटवर्क तक रूस की पहुंच का रूस को अमेरिकी अर्थव्यवस्था से अलग करने के प्राथमिक प्रतिबंधों से कोई लेना-देना नहीं है। अमेरिकी नागरिकों के लिए SDN के साथ लेनदेन करना अवैध है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे डॉलर, गोल्ड, सी शेल या बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।
17/ SECOND: crypto markets are too small, costly, & transparent to be useful for the Russian economy.
Crypto markets are thin to start with, & ruble trading pairs are rare. With Russia cut off from the world’s crypto industry, they can’t source nearly enough liquidity to matter.
— Jake Chervinsky (@jchervinsky) March 1, 2022
दूसरा कारण यह है कि रूस जैसे देश की फाइनेंशियल जरूरतें क्रिप्टो मार्केट की वर्तमान क्षमताओं से कहीं अधिक हैं। भले ही रूस पर्याप्त लिक्विडिटी तक पहुंच सकता है, फिर भी वह ऐसे मार्केट में अपने लेनदेन को छुपा नहीं सकता है। उन्होंने कहा “रूस क्रिप्टो के साथ अपने ट्रैक नहीं छिपा सकता है।” वे आगे लिखते हैं “वैध प्राइवेसी चिंताओं को अलग रखते हुए, पब्लिक बहीखातों की पारदर्शिता और अमेरिकी फोरेंसिक फर्मों की विश्लेषिकी क्षमता के चलते क्रिप्टो प्रतिबंधों से बचाव के लिए बेकार है।”
19/ THIRD: the reality is Putin’s spent years trying to sanctions-proof Russia & crypto isn’t part of his plan.
His strategy included diversifying Russia’s reserves into yuan & gold (not crypto), shifting trade to Asia (not onto blockchains), bringing manufacturing onshore, etc.
— Jake Chervinsky (@jchervinsky) March 1, 2022
अंत में उन्होंने बताया कि रूस वर्षों से प्रतिबंधों से बचने लिए खुद को तैयार करने की कोशिश करता आया है, लेकिन किसी भी सार्थक क्रिप्टो इन्फ्रास्ट्रक्चर को बनाने या क्रिप्टो नियमों को अंतिम रूप देने में असफल रहा है। चेरविंस्की ने कहा कि देश पर लगे प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने के लिए रूस की योजना क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने की प्रतीत नहीं होती है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा “उसकी (रूसी राष्ट्रपति पुतिन) रणनीति में रूस के रिज़र्व को युआन और गोल्ड (क्रिप्टो नहीं) में डाइवर्सिफाई करना, व्यापार को एशिया में स्थानांतरित करना (ब्लॉकचेन पर नहीं), विनिर्माण को तट पर लाना आदि शामिल थे।”
हालांकि, ब्लॉकचेन रिसर्च प्लेटफॉर्म Coinfirm में फ्रॉड इनवेस्टिगेशन के प्रमुख रोमन बिएडा (Roman Bieda) ने Al Jazeera को मंगलवार को दिए एक बयान (via Cointelegraph) में कहा कि उत्तर कोरिया, वेनेजुएला और ईरान द्वारा लगाए गए “प्रतिबंधों से बचने और धन को छिपाने” के लिए क्रिप्टो का उपयोग करना सामान्य रूप से संभव है।
लेकिन अन्य विशेषज्ञों ने आउटलेट को बताया कि प्रतिबंधों के पैमाने, क्रिप्टो अपनाने की सुस्त दर और मार्केट में गहराई की कमी के कारण रूस का मामला अलग है।
Cointelegraph की रिपोर्ट में आगे क्रिप्टो क्राइम अन्वेषक TRM Labs में कानूनी और सरकारी मामलों के प्रमुख अरी रेडबॉर्ड (Ari Redbord) के बयान का हवाला देते हुए बताया गया है कि ब्लॉकचेन की पारदर्शिता इस मामले में प्रतिबंधों से बचने का एक प्राकृतिक निवारण बन सकता है।