रांची, 18 दिसंबर (The News Air) राज्यसभा सांसद धीरज साहू कैश स्कैम को लेकर सोमवार को झारखंड विधानसभा में सदन के अंदर और बाहर भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा और प्रदर्शन किया। भाजपा के विधायक प्रदर्शन करते हुए वेल में पहुंच गए। हंगामे की वजह से भोजनावकाश के पहले विधानसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित की गई।
सदन के बाहर भाजपा विधायकों ने राहुल गांधी और धीरज साहू की तस्वीरों और तरह-तरह के क्वोटेशन लिखी तख्तियां लहराईं।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायक बिरंची नारायण, शशि भूषण मेहता, अनंत ओझा ,अमित मंडल, ढुल्लू महतो, नीरा यादव और अपर्णा सेन गुप्ता सदन के मुख्य द्वार के बाहर तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे। वे हेमंत सोरेन सरकार के चार साल के कार्यकाल की जांच की मांग कर रहे थे।
धीरज साहू कैश स्कैंडल को लेकर भाजपा विधायक नारे लगा रहे थे — 500 करोड़ किसके हैं? उन्होंने तख्तियों पर “ईडी के डर से भागने वाले सीएम हेमंत सोरेन इस्तीफा दो”, “झारखंड को लूट खाने की झामुमो, कांग्रेस और राजद की बीमारी” जैसे स्लोगन लिख रखे थे।
निर्धारित वक्त पर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने धीरज साहू कैश स्कैम का मुद्दा उठाया। इसपर स्पीकर ने पूछा कि क्या यह विधानसभा का विषय है?
इसी बीच बीजेपी के बीकी विधायक वेल में आ गये और नारे लगाने लगे 500 करोड़ किसका है। स्पीकर के आग्रह के बाद भी जब वेल में पहुंचे विधायकों की नारेबाजी नहीं रुकी तो सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई।
दुबारा कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ने शून्य काल की सूचनाएं लेनी शुरू की तो भाजपा विधायक फिर वेल में आकर हंगामा करने लगे।
बीजेपी विधायक अनंत ओझा और भानु प्रताप शाही ने धीरज साहू प्रकरण पर कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया, जिसे स्पीकर ने अमान्य कर दिया। भाजपा विधायकों के हंगामे के बीच ही ध्यानाकर्षण सूचनाएं ली गईं और इसके बाद राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने 8111.75 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।