बिहार, 1 मार्च (The News Air) बिहार में इंडिया गठबंधन को एक और बड़ा झटका लगा है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक भरत बिंद गुरुवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गए. भभुआ के विधायक भरत बिंद 2020 में राजद की टिकट पर निर्वाचित हुए थे. इससे पहले वह बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के बिहार प्रमुख थे. बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी राजद विधायक को लेकर विधानसभा में पहुंचे और वह एनडीए पक्ष की ओर विधानसभा में बैठे. बता दें कि इसके पहले भी राजद के चार और कांग्रेस के चार विधायक पाला बदलकर एनडीए खेमे में शामिल हो चुके हैं.
शुक्रवार को बिहार विधानसभा के सत्र का अंतिम दिन था. सत्र के दौरान भभुआ के विधायक भरत बिंद सदन में पहुंचे और सत्ता पक्ष की ओर बैठ गए.
One more wicket down from @RJDforIndia @yadavtejashwi https://t.co/CH7pMDxxkO
— Md Sarfaraz (@imraaz85) March 1, 2024
राजद के विधायक पहले बसपा में थे और बसपा से राजद में शामिल हुए. शुक्रवार को भरत बिंद विधानसभा में पहुंचे और सत्तारूढ़ पक्ष की ओर बैठ गए. इस बीच उनके पास बैठे नितिन नवीन ने समझाने के प्रयास किया कि वह एनडीए में शामिल हो गए हैं. हालांकि औपचारिक रूप से अभी तक इसकी घोषणा नहीं हुई है.
भरत बिंद के एनडीए में शामिल होने के साथ ही राजद के पांच विधायक अपना पाला बदल चुके हैं. इसके पहले राजद के चार विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी, प्रहलाद यादव और संगीता देवी ने राजद छोड़ दिया था. वहीं कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम और सिद्धार्थ सौरभ ने पार्टी ने नाता तोड़ लिया था.
राजद के पांच विधायक बदल चुके हैं पाला
बता दें कि बिहार में पहले जदयू और राजेडी की सरकार चल रही थी, लेकिन जदयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पाला बदलते हुए भाजपा के साथ हो गए और बिहार में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है. जब से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव अलग हुए हैं. राजद और कांग्रेस के विधायकों का टूटना जारी है. पिछले 15 दिनों में राजद के पांचवें विधायक ने अपना पाला बदला है और सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो गये हैं.
भरत बिंद कैमूर जिले के चांद थाना क्षेत्र के सिलौटा गांव के रहने वाले हैं. वह साल 2010 से राजनीति में सक्रिय हैं. साल 2010 में जिला परिषद का चुनाव जीता, लेकिन साल 2015 में बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर भभुआ विधानसभा से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. बाद में वह आरजेडी में शामिल हो गए थे और 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी.