फाजिल्का (The News Air) पंजाब के फाजिल्का में बाढ़ग्रस्त लोगों के लिए सरकार द्वारा राशन सहित अन्य सामग्री वितरित की जा रही है। इसी बीच कुछ जगहों पर लोगों में उन्हें राशन और अन्य सामग्री कम या सही तरीके से न मिलने पर रोष भी पाया जा रहा है। इसी तरह सीमावर्ती गांव दोना नानका में राशन वितरित करने के दौरान ग्रामीणों ने उन्हें राशन देने के नाम पर मजाक करने की बात कहकर रोष जताया।
ग्रामीण मंगल सिंह, शिंगारा सिंह, नानक सिंह, महिंदर सिंह और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सरकार द्वारा उन बाढ़ग्रस्त लोगों को राशन वितरण करने के नाम पर मजाक बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्हें 60-70 रुपए की एक पॉलीथिन की थैली में थोड़ा सा राशन दिया जा रहा है। इसमें दो छोटा पैकेट दूध (150 ML), दो डिस्पोजल ग्लास, दो पैकेट बिस्किट, एक ब्रेड, मोमबत्ती, चॉकलेट शामिल हैं।
राशन वितरण करने के दौरान ग्रामीणों से साइन कराते अधिकारी।
बच्चों के खाने जितना भी नहीं दिया जा रहा राशन
उन्होंने कहा कि यह राशन तो उनके बच्चों के खाने जितना भी नहीं है। वह इसके साथ किस तरह गुजारा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनके घर के 5-6 सदस्य हैं और कुछ लोगों के घरों में रहने वाले परिवार तो इससे भी बड़े हैं, वो इस राशन से कैसे गुजारा कर पाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि एक तो उन्हें मामूली राशन देकर उनका मजाक बनाया जा रहा है।
वहीं, दूसरी ओर इस मामूली राशन के लिए उनसे साइन भी करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सभी विधायक अथवा प्रशासन के कहने पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि उन्हें इस मामूली राशन के वितरण करने के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला भी हो सकता है। क्योंकि उन्हें तो नाम मात्र ही राशन दिया जा रहा है। मगर हो सकता है कि बाद में इसके बिल हजारों, लाखों में बनाए जाएं।
राशन वितरण के दौरान जमा ग्रामीण।
सीएम मान से उच्च स्तरीय जांच की मांग
जिससे उन्हें लग रहा है कि बाढ़ग्रस्त लोगों को राहत सामग्री के नाम पर कोई बड़ा घोटाला होने वाला है। इसके लिए उन्होंने मांग की है कि पंजाब की भगवंत मान सरकार को चाहिए कि वे इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाएं, ताकि इसमें होने वाले किसी भी तरह के घोटाले का पर्दाफाश हो सके।