जामिया के तीन छात्रों को प्रतिष्ठित ‘मेधा’ फैलोशिप, दो साल तक प्रतिमाह 20 हजार का वजीफा

नई दिल्ली, 27 फरवरी (The News Air)| जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) बायोटेक्नोलॉजी विभाग के तीन छात्रों, आयशा सौबिया, अश्विनी सिंह और याशिका अरोड़ा को प्रतिष्ठित बायर फैलोशिप- मेधा (2022-2023) प्रदान की गई है। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय बायर क्रॉपसाइंस लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित बायर फेलोशिप प्रोग्राम- मेधा प्रदान कर रहा है। चयनित छात्रों को प्रतिमाह रुपये 20,000 का वजीफा दो साल के लिए अपने मास्टर कार्यक्रम को पूरा करने के लिए मिलेगा।

तीनों छात्रों के शानदार प्रदर्शन पर जामिया की वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर ने सफल छात्रों को बधाई दी और उनके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। कुलपति ने कहा, इन छात्रों का चयन उनके अकादमिक प्रोफाइल और सैकड़ों आवेदकों के साक्षात्कार प्रदर्शन के आधार पर किया गया है। मुझे उम्मीद है कि यह विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों को भी बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा।

मेधा फेलोशिप बायर कर्मचारियों के साथ-साथ उद्योग विशेषज्ञों के तहत परामर्श प्राप्त करने के अवसर के साथ वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान करती है। फेलोशिप जीवन-विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, फार्मा विषयों में उच्च अध्ययन (मास्टर और पीएचडी) करने के लिए समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

विश्वविद्यालय के मुताबिक छात्रों को बायर की अनुसंधान प्रयोगशालाओं का दौरा करने, उद्योग के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने, एक्सपोजर हासिल करने और अपने जानकारी बढ़ाने का अवसर भी मिलेगा। फेलोशिप का लक्ष्य फेलो को उनके लघु और दीर्घकालिक शैक्षणिक और व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम बनाना है।

इससे पहले इसी महीने जामिया मिलिया इस्लामिया के ‘द सेंटर फॉर फिजियोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन साइंसेज’ को बेस्ट फिजियोथेरेपीकॉलेज चुना गया है। जामिया को ‘नॉर्थ जोन, बेस्ट कॉलेज फॉर कैंपस प्लेसमेंट’ का पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। अहमदाबाद में आयोजित इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट्स के 60वें अंतर्राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन में जामिया को ‘बेस्ट फिजियोथेरेपी कॉलेज, नॉर्थ जोन एंड बेस्ट कॉलेज फॉर कैंपस प्लेसमेंट’ पुरस्कार मिला। सम्मेलन का केंद्रीकृत विषय ‘फिट इंडिया के लिए कसरत’ था।

Leave a Comment