चंडीगढ़, 29 जुलाई (The News Air) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर के कुकी समुदाय के साथ हुई बर्बरता पर सफाई देने का आग्रह करते हुए पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने प्रधानमंत्री से मणिपुर अत्याचार के लिए जिम्मेदार लोगों के नामों का सदन में खुलासा करने को कहा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने मणिपुर हिंसा और यौन उत्पीड़न के मामलों को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार को उस समय कटघरे में खड़ा किया जब वह अमृतसर में ईसाई समुदाय द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘मणिपुर के मुद्दे की दुनिया भर में कड़ी निंदा हो रही है। अब यह पीएम मोदी के लिए यह साबित करने की परीक्षा है कि भारत अभी भी एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक देश है। मणिपुर में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के ‘नरसंहार’ और क्रूर यौन उत्पीड़न के मुकदमे की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतों का गठन किया जाना चाहिए। बाजवा ने आगे कहा कि इस तरह के जघन्य अपराधों के दोषियों को तीन महीने के भीतर सजा मिलनी चाहिए।
मीडिया को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भारत हमेशा से विभिन्न प्रकार के फूलों से भरा बगीचा रहा है। लेकिन जब से भाजपा सत्ता में आई है, इस खूबसूरत बगीचे के घर को कुचल दिया गया है। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
मणिपुर में अल्पसंख्यक जातीय समूह कुकी समुदाय की महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया, उनकी परेड कराई गई और उनका यौन शोषण किया गया, जबकि उसी समुदाय के पुरुष समकक्षों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हिंसा को नियंत्रित करने में असमर्थता के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को बर्खास्त किया जाना चाहिए और राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
बाजवा ने कहा कि भाजपा ने 2027 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का दावा किया था। भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने से पहले प्रधानमंत्री को देश के हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।