बीजापुर, 06 जनवरी (The News Air) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए एक आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) में सेना के जवानों की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। यह धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास का इलाका थर्रा उठा और शव के कई हिस्से बिखर गए। इस हमले में नौ जवान शहीद हो गए हैं, और कई अन्य घायल हैं।
The explosion hit the security forces vehicle near Ambeli village on Monday’s afternoon, marking one of the deadliest attacks by the Maoist in recent times
बम के धमाके से कई फिट गहरा गड्ढा हो गया। #Chattisgarh #BijapurAttack #BijapurBlast https://t.co/N5AgwbWUOA pic.twitter.com/J5z55s7oXe
— anjunirwan (@anjn) January 6, 2025
घटना स्थल पर भयावह मंजर : धमाका इतना शक्तिशाली था कि 15 फीट (15 feet) गहरा गड्ढा हो गया, और गाड़ियों के कल पुर्जे (car parts) दूर-दूर तक फैल गए। कुछ गाड़ी के हिस्से इतने ऊंचे तक उड़ गए कि वे पेड़ (tree) पर जाकर अटक गए। यह धमाका कुटरू (Kutru) के जंगल इलाके (forest area) में हुआ, जब जवानों की टीम नारायणपुर (Narayanpur) से सर्च ऑपरेशन (search operation) के बाद लौट रही थी।
धमाका सुबह दो बजकर 15 मिनट (2:15 AM) पर हुआ। घटना स्थल पर जब पुलिस की दूसरी टीम पहुंची, तो उन्होंने सिर्फ मलबा और शव के टुकड़े देखे। बाकी के जवानों को तुरंत अस्पताल (hospital) में भर्ती किया गया।
सर्च ऑपरेशन जारी : धमाके के बाद पुलिस की टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इस हमले ने न केवल जवानों को हिलाकर रख दिया, बल्कि पूरी इलाके को भी दहला दिया। आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) के बाद घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी है, ताकि बाकी नक्सलियों को पकड़ा जा सके।
नक्सलियों का हमलावर तरीका : इस प्रकार के आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) से नक्सलियों का उद्देश्य जवानों को बड़ा नुकसान पहुंचाना होता है। इन हमलों के दौरान जवानों की गाड़ी पूरी तरह से तबाह हो जाती है और जवानों के शरीर के हिस्से दूर-दूर तक बिखर जाते हैं। इससे यह साफ जाहिर होता है कि नक्सलियों के हमलों का तरीका बहुत ही क्रूर और भयावह है।
सैन्य अधिकारियों की प्रतिक्रिया : सैन्य अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के हमले से न केवल जवानों की शहादत होती है, बल्कि जनता और सुरक्षा बलों के मनोबल पर भी असर पड़ता है। हालांकि, अधिकारियों ने यह भी कहा कि ऐसे हमलों से हम डरने वाले नहीं हैं और हमारी जंग जारी रहेगी।
नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी : इस हमले के बाद अधिकारियों ने नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। पुलिस और सुरक्षा बलों का कहना है कि हमलावर नक्सलियों को जल्द ही पकड़ा जाएगा। इसके अलावा, क्षेत्र में और सर्च ऑपरेशन किए जा रहे हैं।
बीजापुर (Bijapur) में हुए इस नक्सली हमले ने सुरक्षा बलों के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नक्सलवाद (Naxalism) अब भी राज्य के कई हिस्सों में सक्रिय है। जवानों की शहादत को लेकर सरकार और सुरक्षा बलों द्वारा कार्रवाई की जाएगी, ताकि नक्सलियों की गतिविधियों को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।