चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस चीफ़ नवजोत सिद्धू ने फिर चन्नी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। सिद्धू ने कहा कि पंजाब के पहरेदारों ने बेअदबी केस में इंसाफ़ दिलाना था, लेकिन वही ढाल बन गए। सिद्धू ने सस्ती बिजली और पेट्रोल-डीज़ल पर भी सरकार को घेरा। सिद्धू ने कहा कि बिना बिजली समझौते सस्ती बिजली कहां से दोगे? पेट्रोल-डीज़ल सस्ता किया, लेकिन क्या 5 साल तक ऐसा रहेगा?
सिद्धू ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह में राजनीतिक इच्छा शक्ति नहीं थी तो बदल दिया गया। अब उन्होंने चन्नी सरकार पर भी इसी तरह का आरोप लगाया। सिद्धू की सीएम पद को लेकर बेचैनी भी दिखी। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का पंजाब प्रधान हूं, लेकिन मेरे पास कोई एग्जीक्यूटिव पावर नहीं है। सिद्धू ने यह भी कहा कि चरणजीत चन्नी को मैंने नहीं कांग्रेस हाईकमान ने CM बनाया है।
सिद्धू की सरकार को दो-टूक, कंप्रोमाइजिंग अफ़सर चुने या पंजाब कांग्रेस प्रधान
सिद्धू ने डीजीपी और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति को लेकर अब सरकार को दो-टूक बात कह दी है। सिद्धू ने कहा कि सरकार कंप्रोमाइजिंग अफ़सर चुने या फिर पंजाब कांग्रेस का प्रधान। इससे सरकार के प्रति सिद्धू की नाराज़गी और बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। ख़ासकर, रविवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में एजी एपीएस देयोल के इस्तीफ़े पर कोई चर्चा नहीं हुई। वहीं डीजीपी को हटाने के लिए भी अभी तक UPSC से पैनल नहीं आया। सिद्धू ने कुछ दिन पहले ही प्रधान पद से इस्तीफ़ा वापस लिया था।
कहां है बेअदबी मामले की चार्जशीट?
पंजाब भवन में नवजोत सिद्धू ने कहा कि 9 अप्रैल 2021 को हाईकोर्ट ने दूसरी SIT की जांच रद्द की थी। यह दोनों मामले कोटकपूरा फायरिंग से जुड़े थे। हाईकोर्ट ने नई SIT से जांच के लिए कहा था। इसके लिए 6 महीने का टाइम दिया था। इसके बाद 7 मई 2021 को दूसरी एसआईटी बनी। आज 6 महीने एक दिन हो गए, चार्जशीट कहां है?
पूर्व डीजीपी की ब्लैंकेट बेल तोड़ने के लिए क्या किया?
सिद्धू ने कहा कि बेअदबी के मामले में 2 FIR दर्ज़ हुई हैं। इनमें 129 नंबर में मुख्य आरोपी पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी है। जब सैनी को ब्लैंकेट बेल मिली है तो जांच कैसे होगी। सिद्धू ने पूछा कि नई सरकार ने सैनी की ब्लैंकेट बेल तोड़ने के लिए क्या किया?।
एक ने क्लीन चिट दी , दूसरे ने ब्लैंकेट बेल, सवाल नैतिकता का
सिद्धू ने चन्नी सरकार पर सवाल उठाए कि क्या उन्होंने कोई याचिका दायर की। SLP में हफ़्ते में केस लग जाता है। सिद्धू ने कहा कि जिसे मर्ज़ी नियुक्त कर दो, लेकिन सवाल नैतिकता का है। डीजीपी इकबालप्रीत सहोता के बारे में सिद्धू ने कहा कि उन्होंने क्लीन चिट दी और एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल ने ब्लैंकेट बेल दिलाई है।
STF की नशा तस्करी की रिपोर्ट क्यों छिपा रहे ?
STF की रिपोर्ट का इतने साल से इंतज़ार कर रहे हैं। कोर्ट कहती है कि रिपोर्ट आपकी है, सार्वजनिक कर दो, हम किससे डरते हैं। हमें किस बात की घबराहट है। हम क्या छिपा रहे हैं। कोर्ट का रिपोर्ट सार्वजनिक करने के लिए कोई ऑर्डर नहीं है।
सिद्धू पौने 5 साल से वहीं खड़ा, जो बदले वे स्टैंड क्लियर करें
सिद्धू ने कहा कि मैं कभी स्टेज पर बिना नैतिकता के नहीं चढ़ा। सिद्धू पौने 5 साल से वहीं खड़ा है। जो बदले हैं, वे अपना स्टैंड क्लियर करें। मेरी लड़ाई व्यक्तिगत कुर्सी के ख़ातिर नहीं है। सिद्धू का यह सवाल भी सीधे तौर पर सीएम चरणजीत चन्नी और डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा के लिए माना जा रहा है, जो कैप्टन के सीएम रहते इन मुद्दों को उठाते रहे।