मामले पर मुंबई पुलिस के DCP माहेश्वर रेड्डी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों को उस पर शक हुआ था। इस आधार पर पूछताछ की तो पता चला कि वो कोई पुलिस अधिकारी नहीं है।
ठग के वर्दी पुलिस के अजब अंदाज
मामले पर मुंबई पुलिस के DCP माहेश्वर रेड्डी ने बताया कि, यह फेक पुलिस अधिकारी साकीनाका की हद में एक पान पट्टी वाले दुकानदार को शिकार बनाने की फिराक में था। इस दौरान वहां से गुजर रहे एक ट्रैफिक पुलिस अधिकारी को उस पर शक हुआ। जब उससे पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि वह एक नकली पुलिस कर्मचारी है।
https://twitter.com/ANI/status/1646703902539251712
दरअसल उसके पहनावे के तरीके, गले में रुमाल और पान खाकर बात करने के तरीके ने असली पुलिस के मन में इस नकली के लिए शक पैदा कर दिया। वहीं दिलचस्प बात ये रही कि फर्जी पुलिस वाले कैलाश खामकर ने खाकी वर्दी तो पहन रखी थी पर उसके कंधे पर कितने सितारे होते हैं शायद इसका पता खुद उसे ही नहीं था।
वहीं इस आरोपी के पास से मुंबई के ही एक पुलिस स्टेशन की फेक पुलिस ID बरामद हुई। वो इसी का इस्तेमाल कर पान की दुकान वालों को धमकाने और पैसे वसूली करने का काम करता था। फिलहाल पुलिस ने गाड़ी के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच कर रही है।