चंडीगढ़, 15 मईः
मैडीकल आक्सीजन की बढ़ती माँग और पूर्ति के अन्तर को भरने के लिए पंजाब सरकार केंद्र सरकार से और अधिक आक्सीजन टैंकरों की माँग करेगी जिससे जीवन रक्षक इस गैस की अपेक्षित सप्लाई पंजाब को मिलती रहे। इसके अलावा अपने स्तर पर पंजाब ने देश के अलग -अलग हिस्सों और विदेशों से आक्सीजन टैंकर लाने की प्रक्रिया को और तेज कर दिया है।
इन बात संबंधी जानकारी पंजाब की मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने शनिवार को राज्य में आक्सीजन की उपलब्धता, जरूरत और वितरण और करोना की दूसरी लहर के दौरान पीड़ितों के इलाज सम्बन्धी राज्य में चल रहे कामों सम्बन्धी एक आनलाइन उच्च स्तरीय समीक्षा मीटिंग के दौरान दी।
देश के अलग-अलग हिस्सों से आक्सीजन की सप्लाई पंजाब लाने सम्बन्धी परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव के. सिवा प्रसाद ने मुख्य सचिव को विस्तार में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेल्जियम और आस्ट्रेलिया से भी आक्सीजन के टैंकर पंजाब लाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। जल्द ही बेल्जियम और आस्ट्रेलिया से भी आक्सीजन के टैंकर पंजाब पहुंच जाएंगे।
आक्सीजन कंट्रोल रूम की निगरानी कर रहे राहुल तिवारी ने बताया कि आज प्रातः काल बोकारो से अपने 80 मीट्रिक टन कोटो की आक्सीजन उठाने के लिए पंजाब की पहली आक्सीजन ऐक्सप्रैस रवाना हुई है जिससे राज्य की जीवन रक्षक मैडीकल सामग्री के स्टाक को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि आक्सीजन खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मार्कफैड की सेवाएं ली जा रही हैं जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि राज्य में कहीं भी आक्सीजन की कमी न रहे।
इसके साथ ही पीएसए (प्रेशर स्विंग ऐडजोर्पशन) आक्सीजन प्लाटों की जिलेवार जानकारी जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग की प्रमुख सचिव जसप्रीत तलवाड़ ने दी। मुख्य सचिव को बताया गया कि पंजाब में कुल 44 पीएसए प्लांट स्थापित किये जाने हैं जिनकी लागत 4.71 करोड़ रुपए होगी। इस काम के लिए कई समाज सेवी संस्थाओं और बड़ी कंपनियाँ भी पंजाब सरकार की सहायता के लिए आगे आईं हैं।
पंजाब में आक्सीजन कंस्टरेटर की स्थिति के बारे मुख्य सचिव को बताया गया कि पंजाब के पास इस समय 1060 के करीब कंस्टरेटर मौजूद हैं जोकि जिलों की जरूरत के अनुसार बाँटे जा रहे हैं और आने वाले दिनों में और भी कंस्टरेटर प्राप्त हो जाएंगे जोकि जरूरत के हिसाब से जिलों को भेज दिए जाएंगे।
मीटिंग के दौरान मुख्य सचिव ने सभी अस्पतालों जिनमें भी कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है उनको निरंतर बिजली सप्लाई यकीनी बनाने की पीएसपीसीएल को हिदायत जारी की। जो नये अस्पताल गैर सरकारी संस्थाओं की तरफ से स्थापित किये गए हैं या किये जा रहे हैं उनको भी बिजली की सप्लाई बेरोक किये जाने के लिए कहा। पंजाब के तीनों ही सरकारी अस्पतालों और मोहाली के अस्पताल के लिए और ज्यादा बुनियादी सुविधाओं देने के लिए पीडबल्यूडी विभाग को भी निर्देश जारी किये गए।
मुख्य सचिव ने उम्मीद अभिव्यक्त की कि जल्द ही स्थिति में सुधार आ जायेगा और पंजाब इस विनाशकारी वायरस पर जीत प्राप्त कर लेगा परन्तु तब तक उन्होंने सभी अधिकारियों को तन-मन से सेवा निभाने के लिए प्रेरित किया।