The News Air- पंजाब के चुनावों में हुई करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने बड़ा फ़ैसला लिया है। उन्होंने पार्टी की पूरी पंजाब इकाई को भंग कर दिया है। हालांकि फगवाड़ा से चुनाव हारने वाले जसबीर गढ़ी पार्टी के प्रदेश प्रधान बने रहेंगे। इस बार बसपा ने पंजाब में अकाली दल से गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। पंजाब में कुल 117 सीटें हैं। अकाली दल ने 97 और बसपा ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
सिर्फ़ एक सीट जीते, वोट % 1.77 रहा
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सुनामी के बावज़ूद बसपा एक सीट जीतने में कामयाब रही। नवांशहर सीट से बसपा उम्मीदवार डॉ. नच्छत्तर पाल विजेता रहे। उन्हें 36,695 वोट मिले। उन्होंने 5376 के अंतर से आम आदमी पार्टी के ललित मोहन बल्लू को हराया। ललित को 31,360 वोट मिले।
26 साल बाद हुआ था गठबंधन, जीत नहीं सके
अकाली दल पहले भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ता रहा है। हालांकि कृषि क़ानूनों के विरोध में किसान आंदोलन के बाद उन्होंने गठजोड़ तोड़ दिया। फिर 26 साल बाद अकाली दल ने बसपा से गठजोड़ किया। हालांकि बसपा को एक और अकाली दल को सिर्फ़ 3 ही सीटें मिली। गठबंधन को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। अकाली दिग्गज प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल के अलावा बिक्रम मजीठिया तक चुनाव हार गए।