Mark Carney Canada PM: कनाडा की लिबरल पार्टी (Liberal Party) ने मार्क कार्नी (Mark Carney) को अपना नया नेता चुन लिया है, जिससे वे देश के अगले प्रधानमंत्री बनने की ओर अग्रसर हैं। जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau), जो अब तक कनाडा के प्रधानमंत्री थे, ने इस साल की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था। कार्नी को 86% पार्टी सदस्य वोटों का समर्थन मिला, जिससे उनकी जीत आसान हो गई।
Thank you to all of our amazing candidates for an incredible race that brought Liberals across the country together. pic.twitter.com/uPuTxv2vyz
— Liberal Party (@liberal_party) March 9, 2025
राजनीतिक अनुभव नहीं, फिर भी लेंगे देश की कमान
मार्क कार्नी, जो पहले बैंक ऑफ कनाडा (Bank of Canada) और बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank of England) के गवर्नर रह चुके हैं, राजनीति में नए हैं। हालांकि, वे आर्थिक विशेषज्ञता और वैश्विक कूटनीति में माहिर माने जाते हैं। उनका कहना है कि वे कनाडा की अमेरिका (USA) के साथ व्यापार वार्ताओं को बेहतर बना सकते हैं, खासतौर पर तब जब डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा कनाडा पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी गई है।
पहली बार बिना राजनीतिक अनुभव का व्यक्ति बनेगा प्रधानमंत्री
कनाडा के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है जब कोई ऐसा व्यक्ति प्रधानमंत्री बनने जा रहा है जिसका कोई राजनीतिक अनुभव नहीं है। हालांकि, G7 देशों के दो केंद्रीय बैंकों के गवर्नर के रूप में उनकी सेवा ने उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बना दिया। उनके अनुसार, उनका अंतरराष्ट्रीय अनुभव उन्हें डोनाल्ड ट्रंप जैसे विश्व नेताओं के साथ व्यापार वार्ताओं और अन्य वैश्विक मुद्दों से निपटने में मदद करेगा।
कौन हैं मार्क कार्नी?
मार्क कार्नी (Mark Carney) का जन्म 16 मार्च 1965 को कनाडा के फोर्ट स्मिथ (Fort Smith, Canada) में हुआ था। हालांकि, उनका बचपन एडमंटन (Edmonton, Alberta) में बीता। उनके माता-पिता शिक्षक थे, और उन्होंने शुरू से ही पढ़ाई में उत्कृष्टता दिखाई। कार्नी ने 2004 में कनाडा के वित्त विभाग में काम किया और 2007 में बैंक ऑफ कनाडा के गवर्नर बने।
2008 की वैश्विक मंदी में निभाई अहम भूमिका
2008 की आर्थिक मंदी के दौरान, जब लीमैन ब्रदर्स (Lehman Brothers) के दिवालिया होने से वैश्विक संकट बढ़ा, तब कार्नी ने कनाडा की मौद्रिक नीति को मजबूत कर आर्थिक गिरावट से बचाया। इसके बाद, उनकी काबिलियत को देखते हुए 2013 में उन्हें बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर बनाया गया।
कनाडा की राजनीति में नया अध्याय
अब जब मार्क कार्नी कनाडा के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, तो सवाल यह है कि क्या वे अपने अर्थशास्त्र के अनुभव को राजनीति में भी उतनी ही प्रभावी ढंग से लागू कर पाएंगे। जस्टिन ट्रूडो के बाद उनकी नीतियां क्या बदलाव लाएंगी, यह देखना दिलचस्प होगा।