Electric Blanket Safety और बिजली की बचत: देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। लोग ठंड से बचने के लिए अपने घरों में Room Heaters और Blowers का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं। ये उपकरण कमरे को गर्म तो कर देते हैं, लेकिन महीने के अंत में आने वाला भारी-भरकम बिजली का बिल (Electricity Bill) पसीने छुड़ा देता है। ऐसे में, अब एक सस्ता और सुविधाजनक विकल्प तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
सर्दियों की रातों में सुकून की नींद और जेब पर कम भार, यह हर किसी की चाहत होती है। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए Electric Blanket पिछले कुछ सालों में एक बेहतरीन एनर्जी-सेविंग विकल्प बनकर उभरा है। यह न सिर्फ सस्ता है, बल्कि सुविधाजनक भी है। लेकिन क्या यह पूरी तरह सुरक्षित है? क्या इससे करंट लगने का डर है? और आखिर यह कितनी बिजली बचाता है? चलिए, एक वरिष्ठ पत्रकार की नजर से इन सभी सवालों के जवाब और इसके इस्तेमाल का सही तरीका विस्तार से जानते हैं।
क्या है Electric Blanket और कैसे करता है काम?
आसान भाषा में समझें तो Electric Blanket एक खास तरह का कंबल है, जिसके अंदर बेहद पतले हीटिंग वायर (Heating Wires) लगे होते हैं। जैसे ही आप इसे बिजली के प्लग से कनेक्ट करते हैं, ये तार गर्म होने लगते हैं और पूरे कंबल की सतह पर एक समान रूप से गर्माहट फैला देते हैं।
इसमें तापमान को कंट्रोल करने के लिए एक Thermostat लगा होता है, जो इसे ओवरहीटिंग (Overheating) से बचाता है। आजकल बाजार में आने वाले एडवांस कंबलों में Fiber Glass Wire, Infrared Heating और Multi-layer Insulation जैसी आधुनिक तकनीकें इस्तेमाल की जा रही हैं। ये तकनीकें इसे पुराने मॉडलों की तुलना में काफी ज्यादा सुरक्षित (Safe) और ऊर्जा-कुशल (Energy Efficient) बनाती हैं।
Room Heater बनाम Electric Blanket: बिजली खर्च का असली गणित
अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या वाकई इससे बिजली बिल कम आता है? चलिए इसे आंकड़ों से समझते हैं। ज्यादातर Electric Blankets महज 100 से 150 वॉट (Watt) की पावर पर चलते हैं।
गणित समझें: अगर आप 150 वॉट का ब्लैंकेट हर दिन 6 घंटे चलाते हैं और ऐसा लगातार 4 महीने तक करते हैं, तो कुल बिजली की खपत सिर्फ 108 यूनिट होगी।
वहीं दूसरी तरफ, आम Room Heater या ब्लोअर 1500 से 2000 वॉट तक बिजली खींचते हैं। ये रोजाना ही 7 से 10 यूनिट बिजली खर्च कर देते हैं। यानी अगर आप तुलना करें, तो Electric Blanket बिजली बिल के मामले में हीटर के मुकाबले बेहद किफायती साबित होता है और आम आदमी की जेब पर ज्यादा बोझ नहीं डालता।
इस्तेमाल का सही तरीका: सोने से पहले करें ये काम
विशेषज्ञों के अनुसार, Electric Blanket का सबसे अच्छा फायदा उठाने के लिए इसे बिस्तर पर सीधा फैलाएं और उसके ऊपर एक बेडशीट बिछा दें। सोने जाने से करीब 10 से 15 मिनट पहले इसे ‘लो हीट मोड’ (Low Heat Mode) पर ऑन कर दें। इससे आपका बिस्तर सोने से पहले ही आरामदायक और गर्म हो जाएगा।
एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि सोते समय या तो इसे बंद कर दें या फिर तापमान को सबसे कम (Minimum) पर सेट कर दें। हालांकि, आजकल के नए कंबलों में Auto Shut-off और Overheat Protection जैसे फीचर्स आते हैं, जिससे अगर ब्लैंकेट अच्छी क्वालिटी का है, तो इसे रात भर लो हीट पर चलाना भी सुरक्षित माना जाता है।
सावधान! ये गलतियां कभी न करें
भले ही यह सुविधाजनक है, लेकिन लापरवाही बरतने पर Electric Blanket खतरनाक भी हो सकता है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां करंट लगने या आग लगने का खतरा बना है। इसलिए इन बातों का खास ध्यान रखें:
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फोल्ड न करें: ब्लैंकेट को कभी भी मोड़कर या फोल्ड (Fold) करके न चलाएं। इससे अंदर के तार टूट सकते हैं या ओवरहीटिंग हो सकती है।
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गीलापन: कभी भी गीले ब्लैंकेट में प्लग न लगाएं और न ही गीले बिस्तर पर इसे बिछाएं।
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तारों की जांच: अगर तार कहीं से जला हुआ, कटा हुआ या टूटा हुआ दिखे, तो उसका इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें।
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भारी सामान: ब्लैंकेट के ऊपर कभी भी भारी सामान न रखें, इससे वायरिंग डैमेज हो सकती है।
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धुलाई: इसे पानी से धोने से पहले कंपनी की गाइडलाइन (Guideline) जरूर पढ़ें। हर ब्लैंकेट वॉशेबल नहीं होता।
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प्लग हटाएं: इस्तेमाल के बाद हमेशा प्लग को सॉकेट से निकाल दें।
बाजार में अब कई सेफ Electric Blankets उपलब्ध हैं, लेकिन सुरक्षा नियमों का पालन करना आपकी जिम्मेदारी है। थोड़ी सी सावधानी के साथ आप कड़ाके की ठंड में भी बिना भारी बिल की चिंता किए चैन की नींद सो सकते हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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Electric Blanket हीटर के मुकाबले बहुत कम बिजली (100-150 वॉट) खर्च करता है।
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पूरे सीजन (4 महीने) में यह लगभग 108 यूनिट बिजली ही खपत करता है, जबकि हीटर रोजाना 7-10 यूनिट ले सकता है।
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सोने से 15 मिनट पहले इसे ऑन करना बिस्तर गर्म करने का सबसे सही तरीका है।
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गीले कंबल या टूटे हुए तारों का इस्तेमाल जानलेवा हो सकता है, हमेशा सावधानी बरतें।






