नई दिल्ली, 22 दिसंबर (The News Air) संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 146 विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने शुक्रवार को यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया और 13 दिसंबर को संसद में सुरक्षा उल्लंघन के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बयान देने की मांग की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सीपीआई के डी. राजा, सीपीएम के सीताराम येचुरी सहित सभी निलंबित सांसद जंतर मंतर पर एकत्र हुए।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”संसद निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, 700 से अधिक सांसद प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं।”
उन्होंने कहा, “सरकार को सांसदों को निलंबित करने और सदन चलाने का कोई अधिकार नहीं है। यह सरकार पूरी तरह से तानाशाही और अलोकतांत्रिक है।”
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, “क्या कभी इतने सारे सांसदों को निलंबित किया गया है? हमने केवल गृह मंत्री से बयान की मांग की थी।”
सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “हमें उन लोगों से लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है, जो वर्तमान में सत्ता में हैं। संसद में सुरक्षा उल्लंघन की घटना के लिए भाजपा को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
संसद में सुरक्षा उल्लंघन पर गृह मंत्री से विस्तृत बयान की मांग को लेकर कम से कम 146 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया।
13 दिसंबर को शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान दो लोग लोकसभा की दर्शक दीर्घा से कूद गए और पीले रंग का धुआं भी फेंक दिया। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया।