Independence Day 2033: 15 अगस्त, 1947 को भारत को एक लंबे और खूनी संघर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। यह दिन उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की पराकाष्ठा का प्रतीक है, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। स्वतंत्रता दिवस आजादी का जश्न मनाने और इसे हासिल करने के लिए किए गए बलिदानों को याद करने का प्रमुख दिन है। यह एक राष्ट्र के रूप में हमने जो प्रगति की है उस पर विचार करने और एक बेहतर भारत के निर्माण के अधूरे काम के लिए खुद को फिर से प्रतिबद्ध करने का भी समय है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस के लिए ध्वजारोहण समारोह सभी राज्यों की राजधानियों और जिला मुख्यालयों में सुबह 9 बजे के बाद होगा।
पीएम मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोहों में देश का नेतृत्व करेंगे। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 15 अगस्त को लाल किले पर देश भर से आए लगभग 1,800 स्पेशल गेस्ट के सामने राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि लाल किले पर समारोह का हिस्सा बनने के लिए देश भर से विभिन्न पेशों से जुड़े 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ ‘विशेष अतिथि’ के रूप में आमंत्रित किया गया है। पीएम मोदी राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और इस ऐतिहासिक स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
कौन हैं स्पेशल गेस्ट?
मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल बड़ी संख्या में अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। विशिष्ट अतिथि के रूप में करीब 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है। यह पहल सरकार के ‘जनभागीदारी’ दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है। बयान में कहा गया कि इन विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक ‘वाइब्रेंट विलेज’ के, 400 से अधिक सरपंच, किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी, नई संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक) शामिल हैं।
टीचर, नर्स और मछुआरे भी होंगे शामिल
रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इसके अलावा खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे भी शामिल हैं। इनमें से कुछ विशिष्ट अतिथियों का दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय समर स्मारक का दौरा करने और रक्षा राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। बयान में कहा गया कि प्रत्येक राज्य, केंद्र-शासित प्रदेश से 75 कपल्स को भी उनके पारंपरिक परिधान में लाल किले में आयोजित समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।
लाल किले का कार्यक्रम
मंत्रालय ने कहा कि लाल किला पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव गिरिधर अरामने करेंगे। बयान में कहा गया कि इसके बाद जनरल ऑफिसर कमांडिंग, दिल्ली क्षेत्र लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ प्रधानमंत्री को सलामी स्थल तक ले जाएंगे। वहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सलामी देंगे।
बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री के ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दल में सेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के एक-एक अधिकारी और 25 कर्मी तथा नौसेना के एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल होंगे। भारतीय थल सेना इस साल के लिए समन्वय सेवा की भूमिका में है। ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ की कमान मेजर विकास सांगवान के हाथों में होगी।
मंत्रालय ने कहा कि ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के बाद, प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी करेंगे।
तिरंगे को ‘राष्ट्रीय सलामी’
बयान में कहा गया कि दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर बने मंच तक ले जाएंगे। झंडा फहराए जाने के बाद, तिरंगे को ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी जाएगी। इस दौरान सेना का बैंड (जिसमें एक जेसीओ और 20 अन्य सैन्यकर्मी शामिल होंगे) राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रीय सलामी दिए जाने के दौरान राष्ट्रगान बजाएगा। बैंड का संचालन नायब सूबेदार जतिंदर सिंह करेंगे।
मंत्रालय ने कहा कि मेजर निकिता नायर और मेजर जास्मीन कौर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगी। विशिष्ट 8711 फील्ड बैटरी (औपचारिक) के बहादुर बंदूकधारियों द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ, इस कार्यक्रम का समन्वय किया जाएगा। लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार सेरेमोनियल बैटरी की कमान संभालेंगे और नायब सूबेदार (एआईजी) अनूप सिंह गन पोजिशन ऑफिसर होंगे।
वायुसेना का दिखेगा दम
जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा,विन्यास में भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-3 ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पुष्पवर्षा की जाएगी। इसके बाद, प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। बयान के मुताबिक, पीएम मोदी के संबोधन के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। देश भर के विभिन्न स्कूलों के 1,10 छात्र और छात्राओं एनसीसी कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। ज्ञानपथ पर सीट लगाई गई हैं, जिन पर कैडेट आधिकारिक सफेद ड्रेस में बैठेंगे। इसके अलावा, समारोह के हिस्से के रूप में NCC कैडेट को ज्ञान पथ पर बैठाया जाएगा।