2 दिसम्बर को दिल्ली कूच में किसानो की भारी संख्या में भागीदारी से मोदी-योगी सरकारें घबरा गयी है, तभी तो दिल्ली कूच के समय 7 दिन में मुख्य सचिव उ0प्र0 से वार्ता कराने के वादे से मुकर कर अचानक एकतरफा ढंग से 3 दिसम्बर को ताबडतोड ढंग से किसानो की गिरफ्तारियां की गयी। जबकि किसानो से कूंच के बाद बनी सहमति में यातायात में किसी तरह के अवरूद्व किये बगैर शांतिपूर्ण धरना चलाने का वादा किया गया था। जिसे किसानो ने निभाया किंतु सरकार ने धोखा दिया।
20 जनवरी 2025: आज का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और दैनिक राशिफल
चंडीगढ़, 20 जनवरी (The News Air):- दिनांक: 20 जनवरी 2025, सोमवार तिथि और समय विवरण दिनांक: 20 जनवरी 2025, सोमवार...