लखनऊ 3 दिसंबर (The News Air) संयुक्त किसान मोर्चा उ0प्र0 ने ग्रेटर नोएडा में संयुक्त किसान मोर्चे के नेतृत्व में शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे सैकडो किसानों की,जिसमें बढी संख्या में महिलायें भी है, उनकी मनमाने और दमनकारी तरीके से गिरफ्तार करने की कडी निंदा करते हुए सभी को तत्काल रिहा करने तथा किसान संघर्ष समिति से उच्चाधिकारियों द्वारा वार्ता करने की मांग की गयी।
2 दिसम्बर को दिल्ली कूच में किसानो की भारी संख्या में भागीदारी से मोदी-योगी सरकारें घबरा गयी है, तभी तो दिल्ली कूच के समय 7 दिन में मुख्य सचिव उ0प्र0 से वार्ता कराने के वादे से मुकर कर अचानक एकतरफा ढंग से 3 दिसम्बर को ताबडतोड ढंग से किसानो की गिरफ्तारियां की गयी। जबकि किसानो से कूंच के बाद बनी सहमति में यातायात में किसी तरह के अवरूद्व किये बगैर शांतिपूर्ण धरना चलाने का वादा किया गया था। जिसे किसानो ने निभाया किंतु सरकार ने धोखा दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा उ0प्र0 ने जिलों से संयुक्त रूप से विरोध की अपील की है और 4 दिसम्बर को बिजली निजीकरण के खिलाफ होने बाले आंदोलन में भी नोएडा के किसानो को तत्काल रिहा करने की मांग जोड दें। एसकेएम उ0प्र0 ने योगी सरकार को चेतावनी दी है कि इसतरह सरकार किसानो के हौसलो को तोड नही सकती है। पूरे प्रदेश में आंदंोलन को और तेज किया जायेगा।