Illegal Indian Immigrants Deportation: अमेरिका (USA) में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों को लेकर एक विशेष विमान मंगलवार को अमृतसर एयरपोर्ट (Amritsar Airport) पर उतरा। इस विमान में कुल 104 भारतीय नागरिक थे, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने डिपोर्ट किया है। इनमें 13 बच्चे, 79 पुरुष और 25 महिलाएं शामिल हैं। अमेरिका ने भारत (India) के अलावा ब्राजील (Brazil), मैक्सिको (Mexico) और अन्य देशों के अवैध प्रवासियों को भी उनके देश वापस भेजा है।
इस विमान को अमेरिकी सेना के C-17 हरक्यूलिस (C-17 Hercules) विमान ने सैन एंटोनियो (San Antonio) से उड़ान भरकर भारत पहुंचाया। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, जहां CISF और पंजाब पुलिस के जवान तैनात थे।
अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती, ग्वांतानामो बे (Guantanamo Bay) में भेजे गए कई लोग
अमेरिकी सरकार ने उन प्रवासियों को डिपोर्ट किया है, जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ लोगों की नागरिकता की पुष्टि न होने के कारण उन्हें ग्वांतानामो बे (Guantanamo Bay) जैसी जेलों में रखा गया है।
अमृतसर पहुंचे प्रवासियों में सबसे अधिक 33 लोग गुजरात (Gujarat) से हैं, जिनकी व्यवस्था एयरपोर्ट पर ही गुजरात रवाना करने की कर दी गई। पंजाब (Punjab) के 30, हरियाणा (Haryana) के 33, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और महाराष्ट्र (Maharashtra) के 3-3 और चंडीगढ़ (Chandigarh) के 2 लोग शामिल हैं।
Deportation के बाद और भी भारतीय लौट सकते हैं
अमेरिका की ओर से भेजा गया यह पहला बैच हो सकता है। अमेरिकी सरकार ने करीब 5000 अवैध भारतीय प्रवासियों को चिह्नित किया है, जिन्हें भविष्य में डिपोर्ट किया जा सकता है। ट्रंप प्रशासन (Trump Administration) के आने के बाद अवैध प्रवासियों पर सख्ती बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में Illegal Immigration Laws सख्त हो गए हैं, जिससे भारतीय प्रवासियों के लिए अब गैरकानूनी रूप से वहां रहना और कठिन हो जाएगा।
क्या अवैध प्रवास के रास्ते होंगे बंद?
भारत लौटे ये 104 प्रवासी उन हजारों लोगों का हिस्सा हैं जो अवैध रूप से अमेरिका जाने का सपना देखते हैं। लेकिन बदलते कानूनों और कड़ी सुरक्षा के कारण अब Illegal Immigration का सपना टूट सकता है।
क्या आपको लगता है कि भारतीय युवाओं को विदेश जाने के बजाय अपने देश में रोजगार के अवसरों की तलाश करनी चाहिए? कमेंट में अपनी राय दें!