शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर सोमवार को भी जारी है। भारी बारिश के बीच आज अलग-अलग घटनाओं में पिछले 24 घंटों में कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई। भूस्खलन के बाद शिमला के समर हिल इलाके में एक मंदिर ढह जाने से नौ लोगों की मौत हुई है।मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने एक ट्वीट में कहा कि मलबा हटाने के लिए बचाव अभियान जारी है। वह घटनास्थल पर भी पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर और फागली इलाके में एक अन्य स्थान पर भूस्खलन हुआ और मलबे से नौ शवों को बाहर निकाला गया है। अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के जादोन गांव में आज तड़के बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई और 20 लोगों के फंसे होने की आशंका है। फागली इलाके में कई मकान मिट्टी में धंस गए। भारी बारिश के मद्देनजर सभी स्कूल और कॉलेज को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है। राज्य के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद कर दी गयी हैं। सोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से रविवार रात को एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में बादल फटने के बाद दो मकान बह गए। हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गई। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में की गयी है। सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने बताया कि जिले की बलेरा पंचायत में एक झोंपड़ी के भूस्खलन की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गयी। उनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है। रामशहर तहसील के बनाल गांव में भूस्खलन में एक अन्य महिला की मौत हो गयी।
मुख्यमंत्री ने शिमला के समर हिल इलाके में घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। सुक्खू ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘शिमला से परेशान करने वाली खबर सामने आयी है जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में शिव मंदिर ढह गया। अभी तक नौ शव बरामद किए गए हैं। स्थानीय प्रशासन लोगों को बचाने के लिए मलबा हटाने का काम कर रहा है। ओम शांति।”
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, ‘‘विनाशकारी बारिश से शिमला के समरहिल इलाके में शिव मंदिर के समीप भूस्खलन हुआ जिसमें कई लोग मलबे में दब गए। कुछ लोगों की मौत हो गयी है। मैं घटनास्थल पर मौजूद हूं। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।”
शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि भूस्खलन की दो घटनाओं में कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। हमीरपुर में उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि जिले में मूसलाधार बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि दो अन्य लापता हैं। उन्होंने जिले के सभी निवासियों से खराब मौसम के मद्देनजर खास एहतियात बरतने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचने की अपील की है। उन्होंने बताया कि बाढ़ में रविवार रात को एक व्यक्ति बह गया जबकि दो अन्य को बचा लिया गया। एक अन्य घटना में बारिश के कारण मकान ढहने से एक बुजुर्ग महिला मलबे में दब गयी जबकि उसके बेटे को बचा लिया गया।
राज्य में 15 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश IMD के डॉयरेक्टर बुई लाल ने कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कई जगहों पर बारिश हुई। राज्य में 15 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जिन जगहों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, उनमें चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, शिमला, सिरमौर और हमीरपुर शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश में 752 सड़कें बंद
उन्होंने बताया कि जिले के रंगास इलाके में भूस्खलन में एक महिला की मौत हो गई। मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बताया कि जिले की सेघली पंचायत में रविवार देर रात को भूस्खलन में एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी जिनमें दो साल का बच्चा भी शामिल है। तीन लोगों को बचा लिया गया। हिमाचल प्रदेश में रविवार से हो रही भारी बारिश से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ जिससे प्रमुख शिमला-चंडीगढ़ मार्ग समेत कई सड़कें अवरुद्ध हो गयी। राज्य के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, कुल 752 सड़कें अवरुद्ध हैं।
18 अगस्त तक राज्य में बारिश का अनुमान
रविवार शाम से कांगड़ा में 273 मिलीमीटर, धर्मशाला में 250 मिमी, सुंदरनगर में 168 मिमी, मंडी में 140 मिमी, जब्बारहट्टी में 132 मिमी, शिमला में 126 मिमी, बरठी में 120 मिमी, धौलाकुआं में 111 मिमी और नाहन में 107 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और 18 अगस्त तक राज्य में बारिश का अनुमान जताया है। (भाषा इनपुट के साथ)