The News Air: दिल्ली के भाजपा नेता तजिंदर बग्गा केस की मंगलवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान दिल्ली और हरियाणा में पंजाब पुलिस को डिटेन करने पर बहस हुई। सुनवाई तक़रीब सुबह 11 बजे शुरू हुई। दिल्ली पुलिस, हरियाणा और पंजाब सरकार के वकीलों का पक्ष सुनने के बाद हाईकोर्ट ने 5 जुलाई तक बग्गा को गिरफ़्तार करने पर रोक लगा दी। हालांकि हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि पंजाब पुलिस चाहे तो इस दौरान दिल्ली में बग्गा के घर जाकर उनसे पूछताछ कर सकती है। बग्गा पर अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ टिप्पणी के बाद मोहाली के स्टेट साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज़ किया गया है।
इन पॉइंट्स पर हुई सुनवाई
- पंजाब पुलिस को दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने डिटेन किया या नहीं?
- तजिंदर बग्गा को गिरफ़्तार किया जा सकता है या नहीं?
- पंजाब सरकार ने दिल्ली के जनकपुरी थाने और कुरुक्षेत्र में नेशनल हाइवे व थानेसर थाने के सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने की मांग की।
बग्गा की गिरफ़्तारी पर आधी रात को HC ने लगाई थी रोक
इससे पहले दिल्ली भाजपा नेता तजिंदर बग्गा के ख़िलाफ़ मोहाली कोर्ट ने अरेस्ट वारंट निकाला था। इसके ख़िलाफ़ बग्गा के वकील हाईकोर्ट चले गए। आधी रात को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने आज मंगलवार 11 बजे तक बग्गा की गिरफ़्तारी पर रोक लगा दी। अब हाईकोर्ट में पंजाब सरकार ने दिल्ली पुलिस और तजिंदर बग्गा को पार्टी बनाने की मांग की है। वहीं तजिंदर बग्गा ने हाईकोर्ट में इस केस को ही खारिज करने की याचिका दायर की है।
पंजाब पुलिस से बग्गा को छुड़वा ले गई थी दिल्ली पुलिस
बग्गा को पंजाब पुलिस ने दिल्ली से गिरफ़्तार किया था। जब वह उसे पंजाब में मोहाली कोर्ट ला रहे थे तो कुरुक्षेत्र में हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस को रोक लिया। हरियाणा पुलिस ने तर्क दिया कि दिल्ली पुलिस के मैसेज पर यह कार्रवाई की गई। जिसके बाद दिल्ली पुलिस कुरुक्षेत्र पहुँची और बग्गा को अपने साथ दिल्ली ले गई।
पंजाब पुलिस को डिटेन करने पर HC गई थी पंजाब सरकार
पंजाब पुलिस ने दिल्ली से बग्गा को अरेस्ट किया तो एक टीम सूचना देने के लिए दिल्ली के जनकपुरी थाने भेजी। हालांकि उन पुलिस कर्मचारियों को वहाँ बैठा लिया गया। इसके बाद बग्गा को लेकर आ रही दूसरी टीम को हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र के थानेसर में बिठा लिया। इस मामले में पंजाब सरकार हाईकोर्ट चली गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली और हरियाणा में पंजाब पुलिस को डिटेन किया गया। हालांकि दिल्ली पुलिस और हरियाणा सरकार ने इससे इन्कार किया है।
3 राज्यों की पुलिस में हुआ था ड्रामा
बग्गा को गिरफ़्तार करने मोहाली पुलिस ने दिल्ली रेड की थी। पंजाब पुलिस बग्गा को उठा लाई। हालांकि उनके परिवार ने दिल्ली पुलिस के पास किडनैपिंग का केस दर्ज़ करवा दिया। इसमें दिल्ली कोर्ट से सर्च वारंट भी ले लिया। इसके बाद पंजाब पुलिस की टीम मोहाली रवाना हो गई। दिल्ली पुलिस ने बग्गा की लोकेशन तलाश की तो वह कुरुक्षेत्र में मिली। उन्होंने तुरंत हरियाणा पुलिस को सर्च वारंट भेज दिया। जिसके आधार पर पंजाब पुलिस को रोक लिया गया। वहाँ से बग्गा को दिल्ली पुलिस वापस ले गई। पंजाब पुलिस की चूक रही कि वह कोर्ट से अरेस्ट वारंट नहीं ले गई। बाद में मोहाली कोर्ट ने अरेस्ट वारंट निकाला तो उस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी।