Bridge Collapse Gujarat के चलते देशभर में पुलों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे हैं। गुजरात (Gujarat) के वडोदरा (Vadodara) जिले में महिसागर नदी (Mahisagar River) पर बने एक पुराने पुल के ढहने की घटना में अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है। इस गंभीर स्थिति के बीच केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वे गैरजिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों को किसी भी सूरत में बख्शने वाले नहीं हैं।
नितिन गडकरी ने आजतक (Aaj Tak) को दिए गए इंटरव्यू में कहा, “एक्सीडेंट अलग चीज है और जो काम करते समय बेईमानी और फ्रॉड करते हैं, वो दूसरी चीज है। अगर गलती जानबूझकर नहीं की गई हो तो माफ कर देना चाहिए, लेकिन यदि गलती दुर्भावनापूर्ण है, तो ठोक देना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि अब वह ऐसे सभी ठेकेदारों और अधिकारियों के पीछे लग गए हैं, जो अपने काम में लापरवाही बरतते हैं।
गडकरी ने अपनी जिम्मेदारी को दोहराते हुए कहा, “अगर कोई गड़बड़ हुई रोड पर तो मैं छोड़ता नहीं हूं। अभी मेरा टारगेट है – सात वर्ल्ड रिकॉर्ड हुए हैं, अब मैं ठेकेदारों और अधिकारियों के पीछे लगूंगा। ये मेरे देश की संपत्ति है और मैं इसके साथ कोई समझौता नहीं करूंगा।” उन्होंने आगे कहा, “हर एक रोड मेरे घर की दीवार की तरह है। जितनी चिंता मुझे मेरे घर की है, उतनी ही जिम्मेदारी मेरी उन सड़कों के साथ भी है।”
गुजरात पुल हादसे की स्थिति:
गुजरात के वडोदरा जिले में पादरा कस्बे के निकट गंभीरा गांव (Gambhira Village) के पास बने पुल का एक हिस्सा बुधवार को ढह गया, जिससे कई वाहन महिसागर नदी (Mahisagar River) में जा गिरे। यह पुल आणंद (Anand) और वडोदरा जिलों को जोड़ता है और करीब चार दशक पुराना बताया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, अब तक 18 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि दो लोग अब भी लापता हैं।
बचाव एवं खोज अभियान गुरुवार रात को रोका गया था और शुक्रवार सुबह फिर से शुरू किया जाएगा। हादसे के बाद राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही स्तर पर पुलों की स्थिति की समीक्षा और जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग तेज हो गई है। इस बीच गडकरी के बयान से यह स्पष्ट है कि अब सरकार सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि गुणवत्ता और ईमानदारी पर भी जोर देने जा रही है।
गडकरी का यह सख्त बयान देश के उन हिस्सों के लिए चेतावनी है जहां निर्माण कार्यों में अनियमितताएं सामने आती रही हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भ्रष्टाचार या जानबूझकर की गई गलतियों को अब नज़रअंदाज़ नहीं किया जाएगा।