चंडीगढ़, 23 अक्टूबर (The News Air) आम आदमी पार्टी (‘आप’) पंजाब के नेता बलतेज पन्नू ने विरोधी पक्ष की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को निशाना बनाकर एक फर्जी वीडियो फैला रही है। उन्होंने इसे “चरित्र हनन की बेशर्मी, बेचैन कोशिश” और राजनीतिक विरोधियों की साजिश बताया जो पंजाब में ‘आप’ के लगभग चार सालों के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार या गलत काम की एक भी उदाहरण नहीं खोज सके हैं।
गुरुवार को चंडीगढ़ में पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पन्नू ने खुलासा किया कि मोहाली अदालत ने वायरल वीडियो को स्पष्ट तौर पर फर्जी घोषित किया है और निर्देश दिया है कि ऐसे सभी वीडियो 24 घंटों के अंदर हर प्लेटफॉर्म (फेसबुक और गूगल) से हटा दिए जाएँ। अदालत ने यह भी हुक्म दिया है कि वीडियो सर्च नतीजों में भी दिखाई न दे और चेतावनी दी है कि पालना न करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पन्नू ने कहा कि “माननीय मोहाली अदालत का फैसला स्पष्ट है, वीडियो नकली, दुर्भावनापूर्ण है, और मुख्यमंत्री की छवि को खराब करने की जानबूझकर की गई कोशिश है। अदालत ने इसे तुरंत हटाने के आदेश दिए हैं और गूगल को यह सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए हैं कि यह सर्च में दिखाई न दे।”
उन्होंने कहा कि इस फर्जी सामग्री को फैलाने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति कनाडा में रहता है और पहले ही धोखाधड़ी के कई आरोपों का सामना कर रहा है। उन्होंने आगे कहा “यह वही व्यक्ति है जिसने पहले एक केंद्रीय मंत्री के विरुद्ध इसी तरह की चालें की कोशिश की थी। उस घटना का नतीजा सबको पता है।
पन्नू ने आगे बताया कि कैसे भाजपा से जुड़े दर्जनों सोशल मीडिया खातों ने बदनाम करने वाली मुहिम के तहत जाली वीडियो को शेयर किया है। उन्होंने खुलासा किया कि वीडियो साझा करने वाले खाते या तो सीधे तौर पर भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा चलाए जाते हैं या सीनियर भाजपा नेता द्वारा फॉलो किए जाते हैं, जिनमें अश्वनी शर्मा (पंजाब भाजपा कार्यकारी प्रधान), अजय सहरावत (भाजपा दिल्ली प्रवक्ता), पल्लवी सी.टी. (पी.एम. मोदी द्वारा फॉलो), सुनील बिश्नोई (भाजपा सोशल मीडिया इंचार्ज, नागौर), कपिल मिश्रा (भाजपा नेता, दिल्ली), आनंद कृष्णा (भाजपा सदस्य), मनीष कुमार (एडवोकेट, रेल मंत्रालय), आलोक कुमार (सोशल मीडिया और आई.टी. सेल इंचार्ज, यू.पी.) शामिल हैं।
पन्नू ने कहा कि “ये सभी खाते, जैसे कि @SanatanPremi∅2, @indixonline, @ramanmalik, @talk_prabhat (डिप्लोमैटिक टॉक), @indianrightwing, @indiantrol आदि, भाजपा की प्रचार मशीनरी का हिस्सा हैं और सीनियर भाजपा नेता इनको फॉलो करते हैं। उनका एक ही उद्देश्य जनता को गुमराह करना और फर्जी सामग्री के जरिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की साफ़ और भरोसेमंद अक्स को नुकसान पहुँचाना है।”
उन्होंने भाजपा के पंजाब कार्यकारी प्रधान अश्वनी शर्मा की सख्त निंदा की, जिन्होंने सवाल किया था कि सी.एम. मान ने इस मुद्दे पर सार्वजनिक तौर पर जवाब क्यों नहीं दिया। पन्नू ने कहा कि “अदालत का फैसला कल ही आया था। अब जब अदालत ने खुद वीडियो को फर्जी घोषित कर दिया है और इसको हटाने का हुक्म दिया है, तो शायद श्री शर्मा को उन लोगों से सवाल करना चाहिए जिन्होंने इसको बनाया और प्रसारित किया, न कि उनसे जिनके साथ गलत हुआ है।”
पन्नू ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस की निराशा का असल कारण यह है कि एक विनम्र, आम परिवार में से एक ईमानदार मुख्यमंत्री कैसे बन गया। उन्होंने कहा कि “यह उनको दुखी करता है कि एक स्कूल अध्यापक का बेटा, लोगों से जुड़ा आदमी, वंशवाद की राजनीति या भ्रष्टाचार के बिना मुख्यमंत्री बन गया। जब वह भ्रष्टाचार या घोटाले नहीं खोज पाते, तो वह झूठ का सहारा लेते हैं।”
पन्नू ने आगे कहा कि ‘आप’ सरकार बनने के बाद, किसी भी ‘आप’ मंत्री या विधायक के विरुद्ध भ्रष्टाचार का एक भी आरोप साबित नहीं हुआ है, न ही किसी भी पार्टी नेता और ड्रग व्यापार, रेत माफ़िया आदि जैसी आपराधिक गतिविधियों के बीच कोई संबंध स्थापित हुआ है।
उन्होंने कहा कि “इन विरोधी पार्टियों के पास हमारे शासन के विरुद्ध दिखाने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वह सबसे निचले स्तर पर गिर गए हैं – चरित्र हनन। पर पंजाब के लोग देख रहे हैं, और सच हमेशा जीतता है।”
पन्नू ने मोहाली अदालत का तेजी से कार्रवाई करने और सभी अपमानजनक सामग्री को तुरंत हटाने के लिए सख्त निर्देश जारी करने के लिए धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि हम सच्चाई और न्याय को बरकरार रखने के लिए माननीय अदालत का धन्यवाद करते हैं। यह सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं है, यह पंजाब के लोगों की इज्जत पर हमला है जिन्होंने एक ईमानदार और मेहनती मुख्यमंत्री चुना है। ऐसे झूठे प्रचार फैलाने वालों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।






