Sangrur Jail Smuggling Racket : पंजाब (Punjab) के संगरूर (Sangrur) जेल में छिपकर चल रही तस्करी की एक बड़ी साजिश का भंडाफोड़ हुआ है। जेल परिसर में गुप्त चेकिंग के दौरान पुलिस ने 9 मोबाइल फोन, 4 स्मार्टवॉच, 50 ग्राम अफीम और अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं जब्त की हैं। यह कार्रवाई पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) के निर्देश पर की गई और इसकी जानकारी खुद उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की।
In a major breakthrough, @SangrurPolice has uncovered a well-organized smuggling racket operating from within the Jail premises.
Acting on credible intelligence, a raid inside the Jail led to the recovery of 9 mobile phones, 4 smartwatches, 50 grams of opium, and other… pic.twitter.com/Pa8uLieuiK
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) May 15, 2025
जांच के दौरान एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिससे साफ है कि जेल के भीतर की मिलीभगत इस रैकेट को चला रही थी। डीजीपी के अनुसार, इस तस्करी का संबंध अमृतसर (Amritsar) में गिरफ्तार किए गए आरोपी मनप्रीत सिंह से जुड़ता है, जो संगरूर जेल में बंद कैदी गुरविंदर सिंह का सहयोगी है। मनप्रीत सिंह से पूछताछ में पुलिस को 4 किलोग्राम हेरोइन, 5.5 लाख रुपये की ड्रग मनी और एक ग्लॉक पिस्तौल बरामद हुई है।
इस केस में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जांच के दौरान संगरूर जेल के डीएसपी सुरक्षा गुरप्रीत सिंह (DSP Security Gurpreet Singh) की भूमिका भी सामने आई। उन्हें जेल के अंदर तस्करी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि वे मोबाइल और ड्रग्स की सप्लाई में सक्रिय रूप से शामिल थे और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े UPI खातों के जरिए पैसे भी लिए जा रहे थे।
डीजीपी गौरव यादव ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार तस्करी, भ्रष्टाचार और आंतरिक मिलीभगत के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। चाहे व्यक्ति किसी भी ओहदे पर क्यों न हो, अगर वह गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा।
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि जेलों में बंद अपराधी भी अगर जेल प्रशासन के सहयोग से काम करें, तो तस्करी जैसे गंभीर अपराध आसानी से अंजाम दिए जा सकते हैं। लेकिन पंजाब पुलिस की सक्रियता से इस नेटवर्क का समय रहते पर्दाफाश हो गया।