नई दिल्ली, 27 सितंबर (The News Air) आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर दुख व्यक्त करते हुए मोदी सरकार के इस कदम को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि सोनम वांगचुक देश के लिए खतरा नहीं हैं, बल्कि खतरा वो लोग हैं जो सोनम वांगचुक जैसे लोगों को जेल में डालते हैं। लद्दाख के बच्चों लिए पूरा जीवन समर्पित करने वाले सोनम वांगचुक को देश के लिए खतरा बता उन्हें जेल में डालकर पीएम मोदी ने बहुत ही गलत किया है। सोनम वांगचुक ने कई खोजें की और अपने स्कूल में हजारों बच्चों को इंसान बनना सिखाया। ऐसे लोगों को फर्जी आरोप लगाकर जेल में डालने से अगर लोगों की देशभक्ति नहीं जगाती है तो फिर उनकी देशभक्ति फर्जी है।
सोनम वांगचुक देश के लिए खतरा नहीं हैं, बल्कि खतरा वो लोग हैं जो सोनम वांगचुक जैसे लोगों को जेल में डालते हैं… pic.twitter.com/BezshRA3ix
— Manish Sisodia (@msisodia) September 27, 2025
प्रख्यात समाजसेवी सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी से दुखी दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैंने उनके काम को नजदीकी से देखा है और मैं उनको व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। सोनम वांगचुक ने ऐसे-ऐसे काम किए हैं कि जिसकी सारी दुनिया तारीफ कर रही है। उनके जीवन से प्रेरित होकर 3 इडियट्स नामक बॉलीवुड फिल्म तक बनी है। ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताकर जेल में डाल दिया है और उनके ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया दिया है, जो आतंकवादियों और बड़े-बड़े अपराधियों पर लगाया जाता है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि सोनम वांगचुक एक शानदार शिक्षक, पर्यावरण कार्यकर्ता, शानदार वैज्ञानिक दिमाग हैं, जिसने सिर्फ बातें नहीं की, बल्कि लद्दाख के बच्चों के लिए अपना जीवन ही समर्पित कर दिया। ऐसे व्यक्ति को सिर्फ इसलिए राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बताकर जेल में डाल देना, क्योंकि वह लद्दाख के लोगों की मांगों की आवाज बन रहे थे, यह सरासर गलत है। सोनम वांगचुक के पूरे जीवन का सफर वही है, जिसके आधार पर 3 इडियट्स फिल्म के कैरेक्टर “फुंसुख वांगड़ू” को गढ़ा गया था। वो वही व्यक्ति हैं, उन्होंने लद्दाख में ऐसे स्कूल खोले जहां बच्चे किताबें रटकर नहीं, बल्कि जीवन जीने का हुनर सीखकर निकलते हैं।
मनीष सिसोदिया ने बताया कि सोनम वांगचुक ने कई वैज्ञानिक खोजें की और अपने स्कूलों में हजारों बच्चे ऐसे तैयार किए जिनके लिए शिक्षा केवल नौकरी या व्यापार का साधन नहीं, बल्कि बेहतर इंसान बनना, पर्यावरण के साथ जीना और देश के लिए काम करना है। ऐसे इंसान को देश के लिए खतरा बताकर जेल में डाल देना केवल शर्मनाक ही नहीं, बल्कि बेहद शर्म की बात है। हमें इस बात पर शर्म आती है कि आज हम ऐसे हिंदुस्तान में जीने को मजबूर हो गए हैं। अब हमें अपने भीतर झांकने की जरूरत है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर सोनम वांगचुक जैसे इंसान पर फर्जी आरोप लगाकर जेल में डालने से लोगों के अंदर देशभक्ति नहीं जागती और बेचैनी नहीं पैदा होती, तो उनकी देशभक्ति कागजी है। देशभक्ति केवल देशभक्ति के गाने गाने और किसी नेता की रैली में नारे लगाने से सिद्ध नहीं होती। सोनम वांगचुक देश के लिए काम कर रहे हैं और वह कट्टर देशभक्त है। अगर ऐसे व्यक्ति को सरकार अपने अहंकार में आकर जेल में डाले और उस पर अत्याचार करे, तो उसके खिलाफ आवाज उठाना भी देशभक्ति है।
मनीष सिसोदिया ने देशवासियों से कहा कि आज हमें अपनी आत्मा के अंदर झांकना पड़ेगा। अगर हमारे अंदर सोनम वांगचुक की खबर से बेचैनी नहीं हो रही, तो मान लीजिए कि हमारी देशभक्ति कागजी और केवल नारों वाली है। अब समय आ गया है कि सोनम वांगचुक की आवाज में अपनी आवाज मिलाई जाए। देशवासियों को उनके साथ खड़े होना होगा और पूरे देश और दुनिया को बताना होगा कि भारत सोनम वांगचुक के साथ खड़ा है। हमारा देश असली देशभक्ति की परिभाषा जानता है। आइए मिलकर आवाज उठाएं और कहें कि सोनम वांगचुक देश के लिए खतरा नहीं हैं, बल्कि खतरा वे लोग हैं जो सोनम वांगचुक जैसे लोगों को जेल में डालते हैं।






