The News Air- मनी लॉन्ड्रिंग केस में पटियाला जेल में बंद कांग्रेसी नेता सुखपाल खैरा जेल से बाहर जाकर अपना नॉमिनेशन भर पाएंगें। मोहाली की स्पेशल कोर्ट ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस ने खैरा को कपूरथला ज़िले की भुलत्थ सीट से अपना कैंडीडेट उतारा है। मोहाली कोर्ट ने मामले में ईडी का जवाब सुनने के बाद अपने यह आदेश जारी किए हैं। कोर्ट ने आदेशों में कहा है कि खैरा 31 जनवरी को रिटर्निंग अफ़सर के सामने अपना नॉमिनेशन भर सकते हैं।
जेल अथॉरिटी को आदेश दिए गए हैं की वह सुखपाल खैरा को 31 जनवरी को चुनाव अधिकारी के सामने पेश करें तांकि वह अपना नॉमिनेशन भर सकें। साथ ही आदेश दिए हैं की अगर किसी कारण खैरा 31 जनवरी को नामांकन नहीं भर पाते हैं तो उन्हें 1 फरवरी को नामांकन भरने के लिए ले जाया जाए। इससे पहले खैरा की मांग पर बीते मंगलवार को मोहाली कोर्ट ने ईडी और पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर इस मांग पर जवाब मांगा था। 25 जनवरी से पंजाब में नॉमिनेशन भरे जाने शुरु हो चुके हैं और अंतिम तिथि 1 फरवरी है। इससे पहले खैरा ने अपनी गिरफ़्तारी की शंका ज़ाहिर करते बीते वर्ष पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की थी।
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पिछले साल हुए थे गिरफ़्तार
एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने खैरा को बीते वर्ष 11 नवंबर को गिरफ़्तार किया था। आरोप के मुताबिक़ उनके ड्रग तस्करों से संबंध थे। ईडी ने पिछले सप्ताह ही खैरा के ख़िलाफ़ इस मामले में चार्जशीट दायर की थी। फाजिल्का ड्रग स्मगलिंग रैकेट में यह गिरफ़्तारी की गई थी। वहीं खैरा ने आरोप लगाया था कि तीन खेती क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों के हक़ में आवाज़ उठाने पर केंद्र ने उन्हें निशाना बनाया।
खहरा की उम्मीदवारी को लेकर विरोधी उठा रहे सवाल
एक ओर पंजाब सरकार ड्रग समेत भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं सुखपाल सिंह खैरा को पार्टी द्वारा टिकट दिया गया। ऐसे में कांग्रेस पर लगातार विरोधी सवाल उठा रहे हैं। खैरा ने आम आदमी पार्टी की टिकट पर वर्ष 2017 में भुलत्थ से चुनाव जीता था। इसके बाद उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली थी। बाद में वह कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते कांग्रेस में शामिल हो गए थे।