Punjab MLA Sukhpal Khaira Case – पंजाब कांग्रेस के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा (Sukhpal Singh Khaira) की चंडीगढ़ (Chandigarh) स्थित 3.82 करोड़ रुपए की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate – ED) ने अटैच कर लिया है। इस कार्रवाई के बाद पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि ईडी (ED) को भाजपा (BJP) राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है।
पंजाब कांग्रेस नेताओं का BJP पर हमला
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ईडी की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की और केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया। जिन नेताओं ने इस मुद्दे पर बयान दिया उनमें शामिल हैं:
- सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) – गुरदासपुर (Gurdaspur) से सांसद
- अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग (Amrinder Singh Raja Warring) – लुधियाना (Ludhiana) से सांसद और पंजाब कांग्रेस प्रधान
- धर्मवीर गांधी (Dharamvir Gandhi) – पटियाला (Patiala) से सांसद
- परगट सिंह (Pargat Singh) – जालंधर कैंट (Jalandhar Cantt) से कांग्रेस विधायक
- प्रताप सिंह बाजवा (Partap Singh Bajwa) – कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
रंधावा का बयान – “1990 में बना घर, 2015 के केस से कैसे जुड़ सकता है?”
पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम और गुरदासपुर सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि 1990 में बने घर को 2015 के केस से जोड़ना पूरी तरह से असंगत है। उन्होंने भाजपा पर ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि यह विपक्ष को डराने की साजिश है।
राजा वड़िंग का बयान – “ED भाजपा का राजनीतिक हथियार”
पंजाब कांग्रेस प्रधान और लुधियाना सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि ईडी को बीजेपी एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि हर चुनाव से पहले भाजपा विपक्षी नेताओं पर ईडी की रेड करवाकर दबाव बनाती है।
परगट सिंह बोले – “भाजपा नेताओं को चुप कराना चाहती है”
जालंधर कैंट विधायक और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह ने कहा कि पहले भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के घर पर छापा मारा गया और अब सुखपाल सिंह खैहरा को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की यह रणनीति कांग्रेस को डराने के लिए है, लेकिन हम झुकने वाले नहीं हैं।
प्रताप सिंह बाजवा – “भाजपा कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव से डरी हुई है”
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि भाजपा पंजाब में कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता से डरी हुई है। पहले भूपेश बघेल और अब सुखपाल खैहरा को निशाना बनाना राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है।
ED ने ड्रग केस में जब्त की खैहरा की संपत्ति
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा कि खैहरा की संपत्ति अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के काले धन से खरीदी गई थी। आरोप है कि उन्होंने नशीली दवाओं के तस्करों से पैसे लिए और इस पैसे का इस्तेमाल अपने चुनावी प्रचार में किया।
क्या होगा आगे?
अब सवाल यह है कि क्या सुखपाल सिंह खैहरा को और कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा? कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह इस लड़ाई को अदालत और सड़क दोनों जगह लड़ने के लिए तैयार है।