The News Air- (नई दिल्ली) कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौतीपूर्ण स्थिति है। नेताओं का पलायन रोके नहीं रुक रहा। छुटभैये पाला बदल लेते, तब तक तो ग़नीमत थी मगर यहां तो बड़े-बड़े नाम पार्टी छोड़ जा रहे हैं। ताज़ा नाम ‘पडरौना के राजा साहेब’ आरपीएन सिंह (RPN Singh Quits Congress) का है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले, सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया है। RPN सिंह यूपी चुनाव के लिए कांग्रेस के 30 स्टार र प्रचारकों की सूची में शामिल थे। नेताओं के पाला बदलने की होड़ ने राहुल गांधी का सिरदर्द बढ़ा दिया है। पार्टी के भीतर सभी उनसे उम्मीद लगाए बैठे हैं मगर पिछले कुछ सालों में राहुल की टीम के कई प्रमुख चेहरे छिटक कर जा चुके हैं। सिंह उन नेताओं की फ़ेहरिस्त में ताज़ा-ताज़ा जुड़े हैं।
बिखरती चली गई टीम राहुल
राहुल गांधी जब कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे तो उन्होंने युवा नेताओं की एक टीम तैयार की थी। आरपीएन सिंह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद क़रीबी नेता माने जाते हैं। वह टीम राहुल का अहम चेहरा रहे हैं। टीम राहुल के सदस्य रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। माना जा रहा है कि आरपीएन सिंह के बीजेपी की तरफ़ जाने में भी अहम भूमिका सिंधिया की ही है।
पिछले कुछ सालों में कांग्रेस छोड़ने वाले प्रमुख नेता
- अमरिंदर सिंह
- जितिन प्रसाद
- लुईजिन्हो फलेरो
- सुष्मिता देव
- नारायण राणे
- ज्योयतिरादित्यग सिंधिया
- हिमंता बिस्वय सरमा
- अजय माकन
- एन बीरेन सिंह
- पेमा खांडू
- पीसी चाको
- रवि नाइक
- शंकर सिंह वाघेला
- हरक सिंह रावत
- रीता बहुगुणा जोशी
- टॉम वडक्कुन
- जयंती नटराजन
यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस को इन्होंने दिया झटका
- आरपीएन सिंह
- अदिति सिंह
- इमरान मसूद
- ललितेश त्रिपाठी
- हरेंद्र मलिक-पंकज मलिक
- युसुफ अली
- हमजा मियां
- हैदर अली ख़ान
- सुप्रिया एरोन
सात साल में ‘खोखली’ हो गई कांग्रेस
जितिन प्रसाद, ज्यो तिरादित्यि सिंधिया, कैप्टन अमरिंदर सिंह, हिमंता बिस्व सरमा… यह कुछ बड़े नाम हैं जिन्होंने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया। पिछले साल सितंबर में आई रिपोर्ट बताती है कि 2014 के बाद से कांग्रेस ने ही सबसे ज़्यादा नेता खोए हैं। सबसे ज्या दा फ़ायदे में बीजेपी रही है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्सग (ADR) ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि 2014 से 2021 के बीच कांग्रेस के 222 चुनावी उम्मीदवारों ने पाला बदल लिया। इस दौरान 177 सांसदों और विधायकों ने पार्टी छोड़ दी। मतलब सात साल में कांग्रेस के 399 नेता पार्टी से चले गए। 2014-2021 के बीच, 173 सांसदों और विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ली। कुल 253 उम्मीदवार उसके पाले में आ गए।