The News Air – (चंडीगढ़) मुख्यमंत्री बनने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी शनिवार को पहली बार बरनाला पहुंचे। यहां बरनाला, तपा और महलकलां में प्रोग्राम के लिए पहुंचे चन्नी का अलग-अलग महकमों के कच्चे कर्मचारियों ने विरोध किया। महलकलां में तो चन्नी के भाषण शुरू करते ही पंडाल में बैठे बेरोजगार अध्यापकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर मौजूद पुलिसवाले तुरंत ही उनका मुंह बंद कर पंडाल से बाहर ले गए। इसके बाद चन्नी ने मंच से इस तरह विरोध जताने वालों को चेतावनी दे डाली।
CM चन्नी ने मंच से ऐलान किया कि टंकी पर चढ़कर जो प्रदर्शन करते हैं या कार्यक्रम के दौरान इस तरह बाधा पहुंचाते हैं, उनके खिलाफ अब केस दर्ज होंगे। प्रदर्शनकारियों को चाहिए कि वह आकर उनके साथ बात करें, न कि ऐसे प्रदर्शन। चन्नी ने कहा कि टावर पर चढ़कर प्रदर्शन करना किसी भी मसले का हल नहीं हो सकता।
चन्नी ने कहा कि पिछले मुख्यमंत्री नींद से नहीं उठते थे मगर उन्होंने CM की कुर्सी संभालने के बाद अब तक सोकर नहीं देखा। प्रदर्शनकारी या आम लोग जब मर्जी उनके दरबार में आकर अपने मसले हल करवा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर 10 हजार की भीड़ में 10 लोग आकर इस तरह प्रदर्शन करेंगे तो अब उनके खिलाफ केस दर्ज किए जांएगे।
दरअसल बरनाला, महलकलां और तपा मंडी में चन्नी के दौरे के दौरान बेरोजगार अध्यापकों, आंगनवाड़ी वर्करों, एनएचएम और दूसरे विभागों के कच्चे कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। इसी बात की नाराजगी चन्नी के भाषण में झलकी।
यह भी महत्वपूर्ण बात है कि चन्नी बरनाला जिले में जिस समय टावर पर चढ़कर प्रदर्शन करने वालों को पुलिस केस की चेतावनी दे रहे थे, ठीक उसी समय आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल मोहाली में सालभर से पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों के बीच मौजूद थे। दिल्ली से खास तौर पर इन अध्यापकों से मिलने पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि अगर 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो अध्यापकों की सारी मांगें हल की जाएंगी। उन्होंने इन अध्यापकों से एक मौका देने की मांग की।
उधर शनिवार को ही शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल भी चंडीगढ़ में MLA हॉस्टल के पास टीवी टावर पर चढ़े एक टीचर से मिलने पहुंच गए। यह टीचर अपनी मांगों को लेकर टावर पर चढ़ा हुआ है।