The News Air- पंजाब के CM भगवंत मान ने शुक्रवार को विधानसभा में आरोप लगाया कि पठानकोट में आतंकी हमले के बाद सेना भेजने के बदले केंद्र ने 7.50 करोड़ रुपए मांगे थे। मान ने कहा- उस वक़्त मैं सांसद था। जब मुझे इसका पता चला तो मैं सांसद साधु सिंह को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिला।
मान ने आगे कहा- मैंने उन्हें कहा कि यह रक़म हमारे एमपी लैड फ़ंड से काट लीजिए, पर हमें लिखकर दे दीजिए कि हमने पंजाब को सेना किराए पर दी थी। पंजाब देश का हिस्सा नहीं है। सबसे पहले बंदूक़ की गोलियां हमारी छाती पर चलती हैं। इसके बाद रक्षा मंत्री ने वह रुपए नहीं लिए।
2016 में हुआ था आतंकी हमला, 8 जवान शहीद हुए थे
पठानकोट एयरबेस पर 2 जनवरी 2016 को आतंकी हमला हुआ था। जिसे भारतीय सेना की वर्दी में आए हथियारबंद आतंकियों ने अंजाम दिया था। इस हमले में 7 जवान शहीद हुए थे। जांच में पता चला था कि सभी आतंकी रावी नदी के ज़रिए भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर आए थे। भारत में पहुंचकर आंतकियों ने कुछ गाड़ियों को हाईजैक किया। इनके ज़रिए वह पठानकोट एयरबेस पर पहुंचे थे। इसके बाद सेना आई और 5 आतंकियों को ढेर कर दिया था।
चंडीगढ़ को लेकर बुलाया था विधानसभा सेशन
केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले चंडीगढ़ के कर्मचारियों को केंद्रीय सर्विस नियमों के अधीन कर दिया। इसके बाद पंजाब की मान सरकार ने शुक्रवार को स्पेशल सेशन बुलाया था। उसी में केंद्र की पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण नीति का उदाहरण देते वक़्त CM मान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पंजाब के सैनिक सबसे पहले सीने पर दुश्मन की गोलियां खाते हैं। इसके बावज़ूद राज्य के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
भाजपा के प्रदेश प्रधान बोले- झूठ फैलाया जा रहा
भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी वालों को भ्रम फैलाने की आदत है। जिस वक़्त पठानकोट आतंकी हमला हुआ, पंजाब में अकाली दल-भाजपा गठबंधन की सरकार थी। मैं वहाँ से विधायक था। अगर केंद्र ने रुपए मांगे होते तो सबसे पहले हमें पता चलता। उस वक़्त की सरकार के ध्यान में यह बात आती। यह सब भ्रम फैलाया जा रहा है। इनकी आदत है कि कोई बात बोलो और फिर उससे भाग जाओ। हालांकि अब इनकी जवाबदेही तय होगी। इनको महिलाओं को एक हज़ार रुपए प्रतिमाह और 300 यूनिट मुफ़्त बिजली के चुनावी वादे पर पंजाब को जवाब देना होगा।