लुधियाना (The News Air) पंजाब के लुधियाना में 65 लाख के सोलर लाइट्स घोटाला और स्पोर्ट्स किट घोटाला में पूर्व CM अमरिंदर सिंह के पूर्व OSD कैप्टन संदीप संधू नामजद है। फिलहाल कैप्टन संधू ने इस मामले में जमानत ले ली है। आज वह विजिलेंस दफ्तर पहुंच जांच में शामिल हुए है। बताया जा रहा है कि वह जांच में सहयोग देंगे। अधिकारियों मुताबिक उन्हें आज लाइट्स घोटाला मामले में कुछ सवाल जवाब करने थे जिसके चलते उन्हें आज बुलाया गया है।
कैप्टन संदीप संधू।
कैप्टन संदीप संधू करीब 10 बजे विजिलेंस दफ्तर पहुंच गए थे। 2 घंटे से अधिक कैप्टन संदीप संधू से विजिलेंस ने पूछताछ की है। बता दें पिछले लंबे कैप्टन संदीप संधू इस घोटाले में नामजद होने पर फरार चल रहे थे। विजिलेंस ने उनी कई ठिकानों पर दबिश भी दी थी। काफी जद्दोजहद के बाद कैप्टन संधू ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगा जमात हासिल की।
रिकॉर्ड खंगालने शुरू किए
विजिलेंस ने कैप्टन संदीप संधू के रिश्तेदारों के भी रिकॉर्ड खंगालने शुरू किए हुए हैं। बताया जा रहा है कि अलग-अलग रेड के दौरान विजिलेंस को कागजात आदि हाथ लगे थे जिस कारण ही करीब 8 से 10 लोगों से पूछताछ भी की गई थी।
विजिलेंस कैप्टन संदीप संधू की प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है। गौरतलब है कि विजिलेंस द्वारा मामले की जांच के दौरान पकड़े गए सतविंदर सिंह कंग BDPO सिधवां बेट ब्लॉक, लुधियाना, लखविंदर सिंह चेयरमैन ब्लॉक समिति सिधवां बेट और VDO (ग्राम विकास अधिकारी) तेजा सिंह सिधवां बेट तेजा सिंह सिधवां बेट से पूछताछ में हरप्रीत सिंह का नाम सामने आया था।
हरप्रीत सिंह को पकड़कर उससे पूछताछ की गई तो कैप्टन संदीप संधू का नाम निकलकर सामने आया। संधू पर आरोप हैं कि उन्होंने चैक पास करवाने का दबाव बनाया और पैसे लिए थे। इसलिए अब कैप्टन संधू ने OSD रहते हुए कहां-कहां प्रॉपर्टी बनाई और कांग्रेस के हलका इंचार्ज रहते हुए कहां-कहां इन्वेस्ट किया, इसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा उसके बैंक खातों और लॉकर्स की सारी डिटेल्स भी मांगी गई हैं।
यह है मामला
मिली जानकारी के अनुसार, विजिलेंस जांच नंबर 03, 12-07-2022 में यह पाया गया कि सतविंदर सिंह BDPO (अब निलम्बित) सिधवां बेट ब्लॉक को अपनी पोस्टिंग के दौरान 26 गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए सरकारी अनुदान मिला था। उक्त BDPO ने मेसर्स अमर इलेक्ट्रिकल इंटरप्राइजेज के मालिक गौरव शर्मा के साथ मिलकर 3,325 रुपए की बजाय 7,288 रुपए प्रति लाइट की दर से लाइटें खरीदी।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने 65 लाख रुपए के सरकारी फंड का दुरुपयोग किया और राज्य के खजाने को वित्तीय नुकसान पहुंचाया। सतविंदर सिंह कंग BDPO और मेसर्स अमर इलेक्ट्रिकल इंटरप्राइजेज के गौरव शर्मा के खिलाफ थाना विजिलेंस लुधियाना में मामला दर्ज है। आरोपियों ने स्ट्रीट लाइट लगाने का प्रस्ताव 30-12-2021 को ब्लॉक समिति सिधवां बेट के सदस्यों द्वारा पारित किया था।
बताया गया है कि आरोपी BDPO ने प्रस्ताव पारित होने से पहले 27-12-2021 को कोटेशन को मंजूरी दे दी थी। उक्त राशि को हड़पने के लिए BDPO ने पूर्णता प्रमाण पत्र भी तैयार किया, लेकिन 26 गांवों में स्ट्रीट लाइट नहीं लगवाई गई।