Earthquake in Assam – बुधवार सुबह असम (Assam) समेत पूर्वोत्तर (Northeast) के कई राज्यों में तेज भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल (Richter Scale) पर इसकी तीव्रता 5.6 मापी गई। भूकंप के झटके मणिपुर (Manipur) और नागालैंड (Nagaland) में भी महसूस किए गए, जिससे लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अभी तक किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
सुबह 11:30 बजे कांपी धरती, लोगों में दहशत
भूकंप के झटके सुबह करीब 11:30 बजे महसूस किए गए। अचानक धरती कांपने से लोग घबराकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology – NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 5.6 थी, जो काफी तेज मानी जाती है। इस झटके के बाद क्षेत्र में आफ्टरशॉक्स (Aftershocks) का भी खतरा बना हुआ है।
असम में 28 फरवरी को भी महसूस किए गए थे झटके
इससे पहले, 28 फरवरी को भी असम में भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 5.0 थी। उस समय भूकंप का केंद्र मोरीगांव (Morigaon) बताया गया था, और यह 16 किलोमीटर गहराई में आया था।
उत्तर भारत में भी लगातार आ रहे हैं भूकंप
हाल के दिनों में उत्तर भारत (North India) समेत कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
- कुछ दिन पहले दिल्ली (Delhi) में भी भूकंप के तेज झटके आए थे।
- गाजियाबाद (Ghaziabad) और बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में भी हल्के झटके महसूस हुए थे।
- इसी बीच नेपाल (Nepal) और पाकिस्तान (Pakistan) में भी भूकंप आया, जिसका असर बिहार (Bihar) के कई जिलों तक देखा गया।
क्या यह बड़ा भूकंप आने का संकेत है?
भूकंप विशेषज्ञों का कहना है कि पूर्वोत्तर भारत (Northeast India) भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है। लगातार आ रहे झटकों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेट्स (Tectonic Plates) के एक्टिव होने से भूकंप की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
क्या करें जब भूकंप आए?
अगर भूकंप आता है, तो आपको इन सावधानियों का पालन करना चाहिए:
- बाहर निकलने की जल्दी न करें – पहले सुनिश्चित करें कि बाहर जाना सुरक्षित है।
- टेबल या मजबूत जगह के नीचे छिपें – गिरने वाली चीजों से बचने के लिए।
- दीवारों और खिड़कियों से दूर रहें – शीशे और भारी चीजें गिरने का खतरा होता है।
- लिफ्ट का इस्तेमाल न करें – सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
- इमरजेंसी किट तैयार रखें – पानी, फर्स्ट एड और टॉर्च हमेशा पास रखें।
अब आगे क्या?
असम और पूर्वोत्तर राज्यों में भूकंप के झटकों से दहशत है, लेकिन राहत की बात यह है कि अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि लोग सतर्क रहें, क्योंकि भविष्य में और भी झटके महसूस किए जा सकते हैं।