Interest Rate on GPF: सरकार ने हाल में छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को बढ़ाया है लेकिन प्रॉविडेंट फंड निवेशकों को निराश किया है। वित्त मंत्रालय ने सामान्य भविष्य निधि (General Provident Fund – GPF) और इसी तरह की अन्य भविष्य निधि योजनाओं के लिए ब्याज दर की घोषणा की है। मंत्रालय ने 2023 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए जीपीएफ और इसी तरह के फंड के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। ये ब्याज दरें PPF की तरह ही रखी गई हैं।
सरकार ने किया ऐलान
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) ने 10 अप्रैल 2023 को जारी नोटिफिकेशन में कहा है कि सामान्य जानकारी के लिए यह घोषणा की जाती है कि साल 2023-2024 के दौरान सामान्य भविष्य निधि (GPF) में ग्राहकों के जमा पैसे पर 7.1 प्रतिशत की दर से 1 अप्रैल 2023 से 30 जून, 2023 तक ब्याज दिया जाएगा। डीईए ने कहा कि ये दरें 1 अप्रैल 2023 से लागू हैं।
इन कर्मचारियों पर लागू होता है GPF
GPF की ब्याज दरें अन्य समान्य भविष्य निधि जैसे राज्य रेलवे पीएफ के लिए भी लागू होती हैं। सशस्त्र बल कर्मचारियों के PF, डिफेंस सर्विस अधिकारियों का पीएफ और भारतीय ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के कर्मचारियों को GPF मिलता है।
जून तिमाही के लिए GPF और अन्य भविष्य निधि योजनाओं की ब्याज दरें
2023 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए 7.1 प्रतिशत की ब्याज दर से इन पर ब्याज लगेगा
1. जनरल प्रॉविडेंट फंड (केंद्रीय सेवाएं यानी सेंट्रल सर्विस)
2. अंशदायी भविष्य निधि (भारत) (Contributory Provident Fund)
3. ऑल इंडिया सर्विस प्रॉविडेंट फंड
4. राज्य रेलवे भविष्य निधि
जनरल प्रॉविडेंट फंड क्या है?
जनरल प्रॉविडेंट फंड एक प्रकार की भविष्य निधि है जो भारत में केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है। सभी सरकारी कर्मचारियों को अपने वेतन का एक निश्चित प्रतिशत सामान्य भविष्य निधि में योगदान करना होता है। नौकरी के दौरान जमा किये कुल पैसे पर ब्याज दिया जाता है। इसके बाद रिटायरमेंट के समय ये पैसा दिया जाता है। वित्त मंत्रालय जीपीएफ पर ब्याज दर हर तिमाही में रिवाइज करता है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ की ब्याज दर 8.15 फीसदी तय की है।