बठिंडा, 22 नवंबर (The News Air) केंद्र सरकार के ‘भारत माला प्रोजेक्ट’ (Bharat Mala Project) को लेकर बठिंडा के गांव दूनेवाला में पुलिस और किसानों के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. कल पुलिस के नेतृत्व में प्रशासन द्वारा गांव की जमीन पर कब्जा किये जाने से किसानों में काफी विरोध है. इसके विरोध में किसान शुक्रवार को बड़ी सभा कर जमीन छुड़ाने का प्रयास करेंगे, जिसे लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं.
जानकारी के मुताबिक, किसान नेताओं ने पूरे पंजाब से भारतीय किसान यूनियन के नेताओं और कार्यकर्ताओं से उनके पास पहुंचने की अपील की, जिस पर बड़ी संख्या में किसान पहुंच गए और जमीन से कब्जा हटाने के लिए आगे बढ़ना शुरू कर दिया। इस बीच पुलिस किसानों को रोकने की कोशिश कर रही है, इसी दौरान दोनों तरफ से धक्का-मुक्की शुरू हो गई है.
किसान नेताओं ने कहा कि किसान अपनी जमीन का पूरा मुआवजा पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया है. उधर, प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक सभी किसानों को मुआवजा दे दिया गया है।
पुलिस ने कंपनियां तैनात कीं, जगह-जगह लगाए नाके
किसानों की भीड़ जुटने और कब्जा छुड़ाने की कोशिश को देखते हुए पुलिस की ओर से भी भारी इंतजाम किए गए हैं. किसी भी अप्रिय घटना को देखते हुए पुलिस ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है और जगह-जगह गेट लगाकर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग कर दी गई है और किसी भी किसान को गांव में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. एडीसी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं और पूरी स्थिति का आकलन किया जा रहा है.
बठिंडा में चप्पे-चप्पे पर तैनात है पुलिस
बठिंडा के घनैया चौक पर बाहर से आने वाले किसानों को रोका जा रहा है. इस मौके पर किसानों ने पुलिस प्रशासन पर धमकाने का भी आरोप लगाया है. किसान नेताओं ने कहा कि वे अपनी बैठक में जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें जबरन रोक रही है।
वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए नाकाबंदी की गई है और किसी को भी नाजायज परेशान नहीं किया जा रहा है.
बता दें कि कल बठिंडा पुलिस प्रशासन ने राज्य भर से पुलिस बल बुलाकर गांव दूनेवाला में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत जमीन का अधिग्रहण किया था. एसपी सिटी नरिंदर सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत बठिंडा के गांव दुनेवाल, संगत कलां और शेरगढ़ गांव की अधिग्रहीत जमीन पर कब्जा ले लिया गया है।